वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। वहीं घाट की सीढ़ियों को पार करते हुए पानी आसपास के कई मंदिरों में पहुंच गया। इसे देखते हुए अब दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती का स्थान बदल दिया गया है। आरती अब गंगा सेवा निधि कार्यालय की छत से होगी।
बता दें कि पहाड़ों पर हो रही बरसात के कारण बनारस में गंगा चेतावनी बिंदु की ओर बढ़ने लगी हैं। जलस्तर बढ़ने से महाश्मशान मणिकर्णिका पर शवदाह के लिए आने वालों को घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है। मणिकर्णिका घाट पानी में डूबने के कारण अब छतों पर शवदाह शुरू हो चुका है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर मंगलवार को 67.57 मीटर पहुंच गया। चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर से अब तीन मीटर से भी कम दूर जलस्तर रह गया है। गंगा अब खतरे के निशान बिंदु 71.26 मीटर की ओर अग्रसर हो रही है। इसे देखते हुए नौका संचालन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
बड़ी शीतला माता मंदिर में प्रवेश किया गंगा जल
बड़ी शीतला मां मंदिर के गर्भ गृह में गंगा ने किया प्रवेश। – फोटो : सोशल मीडिया।
गंगा का जल मंगलवार को बड़ी शीतला माता मंदिर के गर्भ गृह तक पहुंच गया। गंगा के सभी 84 घाटों का संपर्क दो दिन पहले ही टूटने के बाद प्रमुख गंगा घाटों के आरती स्थल भी बदल गए हैं। तेजी से हो रहे बढ़ाव के कारण गंगा के साथ ही वरुणा नदी के किनारे रहने वालों में खलबली मची है। गंगा के पलट प्रवाह के कारण सबसे ज्यादा बाढ़ का कहर वरुणा किनारे रहने वालों को ही झेलना होता है।