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Friday, May 17, 2024

उत्तर प्रदेश: पहले दिन नर्स की नौकरी करने पहुंची युवती का शव नर्सिंग होम की छत पर फंदे से लटकता मिला

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के बांगरमऊ से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां पहले दिन नर्सिंगहोम में नर्स की नौकरी करने पहुंची युवती का शव नर्सिंग होम की छत पर दीवार के सहारे सरिया से फंदे पर लटकता मिला है। नर्स की मां ने नर्सिंग होम संचालक समेत चार लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म के बाद बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मां की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस को नर्स की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। बांगरमऊ-हरदोई मार्ग पर कोतवाली क्षेत्र के दुल्लापुरवा गांव में पांच दिन पहले तहिरापुर निवासी शिवप्यारी सिंह के किराये के मकान में नूर आलम ने न्यू जीवन नर्सिंगहोम का संचालन शुरू किया था। आसीवन थानाक्षेत्र के एक गांव की 18 वर्षीय युवती इस नर्सिंगहोम में शुक्रवार को पहले दिन नर्स की नौकरी करने गई थी। शनिवार सुबह युवती का शव अस्पताल की छत पर पीछे की तरफ आरसीसी पिलर की सरिया से रस्सी के सहारे फंदे से लटका मिला।

सूचना पाकर सीओ विक्रमाजीत सिंह व कोतवाल बृजेंद्र नाथ शुक्ल मौके पर पहुंचे और जांच की। उधर बेटी की मौत की खबर पाकर मां वहां पहुंची और शव देखकर बदहवास हो गई। उसने नर्सिंगहोम संचालक बांगरमऊ निवासी नूर आलम, चांद आलम, अनिल कुमार व एक अज्ञात पर सामूहिक दुष्कर्म के बाद बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी।

पुलिस ने तहरीर के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। सीओ ने बताया कि तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मां का आरोप है कि ड्यूटी ज्वाइन करने के पहले दिन ही नर्सिंगहोम संचालक ने बेटी की रात में ड्यूटी लगा दी थी। बताया कि शुक्रवार शाम को वह ड्यूटी पर जाने के लिए घर से निकली थी। जिस समय वह निकली थी, नौकरी मिलने से बेहद खुश थी। अचानक शनिवार की सुबह उसका शव फंदे से लटके होने की सूचना मिली।

नर्स के पिता की सात वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। नर्स आठ बहनों में चौथे नंबर की थी। तीन बहनों का विवाह हो चुका है। मां के अनुसार उसके कोई बेटा न होने से परिवार का खर्च व बहनों की परवरिश के लिए उसकी इस बेटी ने नौकरी की शुरुआत की थी। उसे क्या पता था कि बेटी को इतनी दर्दनाक मौत दे दी जाएगी।

नर्स के शव का पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल से कराया गया। पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। शशिशेखर सिंह, एएसपी

न्यू जीवन नर्सिंग होम बिना पंजीकरण के ही चल रहा था। पांच दिन पहले ही इसकी शुरुआत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग अगर सचेत होता तो ऐसे नर्सिंगहोम का संचालन ही न हो पाता और युवती की जान जाने से बच जाती

शुरू किया है। अस्पताल के बाहर लगे बोर्ड में डॉ. अनिल कुमार के साथ निदेशक चांद बाबू व मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. असलम का नाम पड़ा हुआ है। यह तीनों लोग ही अस्पताल में कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर रहे थे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मात्र 300 मीटर दूर संचालित इस अस्पताल के बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भनक तक नहीं थी। नियमानुसार नर्सिंग होम में मरीजों को भर्ती करना तो दूर कर्मचारियों की तैनाती तब तक नहीं की जा सकती जब तक उसका पंजीकरण न हो जाए।

इस अस्पताल संचालक ने पंजीकरण के लिए आवेदन तक नहीं किया था और सभी गतिविधियां शुरू कर दी थीं। जांच करने गई पुलिस को अस्पताल में मरीज भर्ती नहीं मिले। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि बिना पंजीकरण निजी अस्पताल संचालित था। नियमानुसार नहीं होना चाहिए था। घटना के बाद इसकी जानकारी हुई है। रविवार को एसीएमओ को भेजकर पूरी जांच कराई जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

 

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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