आजादी के जश्न के दौरान दिल्ली लाल किले के नजदीक अगर ड्रोन या इसके जैसी कोई दूसरी संदिग्ध वस्तु आसमान में दिखती है और पुलिस उसे गिरा नहीं पा रही है तो वहां मौजूद वीवीआईपी को किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की होगी। इसके लिए पुलिस पहले से जगह की पहचान किए रहेगी। मंगलवार को आला पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने सख्त हिदायत दी है कि सुरक्षित जगह का चुनाव सुनियोजित तरीके से हो। इसके लिए पहले से रिहर्सल भी कर लिया जाए।
दरअसल, पुलिस के पास इनपुट हैं कि इस बार सिख फॉर जस्टिस समेत दूसरे आतंकी समूह आजादी के जश्न में खलल डालने की कोशिश करेंगे। इसको लेकर मंगलवार को सीपी ने पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) व उनसे सीनियर सभी पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। इसमें पुलिस आयुक्त ने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान किसी जवान को आतंकी व शरारती तत्व दिख जाए तो वह पहले किस अधिकारी को बताएगा। उस आतंकी को मार गिराने का फैसला कौन लेगा। ऐसे में यह पहले ही सुनिश्चित करना जरूरी है कि आतंकी को मार गिराने का फैसला सेक्टर ऑफिसर लेगा या फिर और कोई लेगा।