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Friday, May 17, 2024

स्वैपिंग स्टेशनों का ब्योरा अब स्विच दिल्ली पोर्टल पर उपलब्ध होगा।

इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों का ब्योरा अब स्विच दिल्ली पोर्टल पर उपलब्ध होगा। ईवी चार्जिंग, बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों के लिए ओपन डाटाबेस की सुविधा एक ही प्लेटफॉर्म पर होंगी। दिल्ली के 2500 से अधिक चार्जिंग पॉइंट तक सभी ईवी सेवा प्रदाताओं की पहुंच होगी। इसके तहत सेवा प्रदाताओं को उपयोगकर्ताओं को दोनों बुनियादी सुविधाओं की जानकारी मुहैया करने के लिए एक प्लेटफॉर्म विकसित करने का मौका मिलेगा।

इस कदम से इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की दिशा में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को और सुलभ बनाएगा। दिल्ली सरकार ने 7 अगस्त, 2020 को दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति शुरू की थी। इस पालिसी में परिवहन विभाग की ओर से एक ओपन डाटाबेस विकसित करने का प्रावधान था ताकि वाहन मालिकों को चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी प्रदान की जा सके। इस ओपन डाटाबेस में चार्जर, चार्जर की संख्या, साइट, भुगतान राशि, भुगतान संरचना (घंटे, किलोवाट ऑवर या सत्र के अनुसार) और दरों की जानकारी मुहैया की जाएगी।

परिवहन विभाग ने दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति के प्रावधान के अनुसार इस ओपन डाटाबेस की दिशा में पहल की है। ओपन डाटाबेस पोर्टल पर पंजीकरण के बाद, चार्जिंग सेवा प्रदाता अब पोर्टल के माध्यम से अनुरोध के बाद सभी ईवी चार्जर और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों का ब्यौरा भी हासिल कर सकते हैं। बैटरी स्वैपिंग की सुविधा से ई-वाहनों का उपयोग करने वालों की संख्या में और बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। अगर किसी ई वाहन की चार्जिंग खत्म हो गई है तो नजदीकी स्वैपिंग स्टेशन पर बैटरी बदलने के बाद आगे की यात्रा जारी रख सकेंगे।

दिल्ली ईवी नीति के अनुसार दिल्ली में सार्वजनिक या अर्ध-सार्वजनिक ईवी चार्जिंग या स्वैपिंग स्टेशनों का संचालन करने वाली सभी संस्थाओं को इस आदेश की अधिसूचना के तीन सप्ताह के भीतर ओपन डाटाबेस में डाटा जमा करना होगा। दिल्ली सरकार और विभिन्न एजेंसियों ने शॉपिंग सेंटर, थिएटर, अस्पताल, पार्किंग सहित निजी जमीन पर ईवी चार्जिंग और स्वैपिंग स्टेशन लगाए गए हैं। इस ओपन डाटाबेस से संबंधित सभी फीडबैक या सवाल राज्य ईवी सेल को [email protected] पर भेजे जा सकते हैं।

दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने एक बयान में कहा 2021 में दिल्ली सरकार ने बस ट्रांजिट के लिए ओपन डाटाबेस की शुरुआत की थी। इसका उपयोग गूगल, उबर सहित दूसरी संस्थाएं भी कर रही हैं। ईवी चार्जिंग के लिए ओपन डाटाबेस की शुरुआत से दिल्ली के ईवी उपयोगकर्ताओं के लिए सहूलियतें बढ़ जाएंगी। अब वे दिल्ली भर में 2500 से अधिक चार्जिंग पॉइंट और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों का पता लगाने के लिए अपने पसंदीदा एप का उपयोग कर सकेंगे। 2025 तक चार्जिंग पॉइंट और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों की संख्या 18,000 तक पहुंचने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हम दिल्ली को भारत की ईवी कैपिटल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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