कुलगाम मुठभेड़ में शहीद रोहित चिब का पार्थिव शरीर वीरवार को जम्मू पहुंचा। घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। उन्हें रिश्तेदार सांत्वना दे रहे हैं।
कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान जम्मू के जगती निवासी पुलिसकर्मी रोहित कुमार चिब शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर वीरवार को उसके घर पहुंचा। ताबूत को देखते ही शहीद के परिजनों में कोहराम मच गया। मौके पर मौजूद रिश्तेदारों ने अधिकारियों से आतंकियों का खात्मा करने की मांग की। बताते चलें कि बुधवार को पुलिस को कुलगाम के परीवान इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली। इसके बाद सुरक्षाबलों की टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया।
घेरा सख्ता होता देख आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई। जिसमें जवानों ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी बाबर को मार गिराया। आतंकी वर्ष 2018 से शोपियां-कुलगाम क्षेत्र में आतंकवादी वारदातों को अंजाम दे चुका है।
आईजी विजय कुमार ने बताया कि पाकिस्तानी आतंकी बाबर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था। उसके पास से एक राइफल, पिस्तौल और दो हथगोले बरामद हुए हैं।
मुठभेड़ में एसओजी में तैनात जम्मू निवासी रोहित चिब गोली लगने से घायल हो गए थे। उन्हें तुरंत उपचार के लिए ले जाया गया जहां उन्हें शहीद घोषित कर दिया गया। इस ऑपरेशन में तीन सुरक्षाबलों के साथ दो ग्रामीण भी घायल हुए हैं।
बुधवार को शुरू हुई सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ गुरुवार सुबह तक चली। तीन जवान और दो नागरिकों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।