एयर इंडिया की कमान पूरी तरह से टाटा समूह को सौंप दी गई। यानी 69 साल बाद एयर इंडिया की घर वापसी हो गई। इससे पहले गुरुवार को मुंबई से संचालित होने वाली चार उड़ानों में ‘उन्नत भोजन सेवा’ शुरू करके एयर इंडिया में अपना पहला कदम उठाया। इस बीच हैंडओवर से पहले टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले एन चंद्रशेखरन
इस आधिकारिक हैंडओवर से पहले टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद चंद्रशेखरन सीधे नई दिल्ली में एयर इंडिया के ऑफिस पहुंचे। दूसरी ओर देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ने कहा कि बैंकों के समूह के साथ किसी भी तरह के लोन की जरूरत के लिए तैयार है। बैंक ने कहा कि वह एयर इंडिया को जितनी भी जरूरत होगी, वर्किंग कैपिटल और अन्य के लिए लोन देगा।
इन चार उड़ानों में ‘उन्नत भोजन सेवा’
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार से एयर इंडिया की फ्लाइटें टाटा समूह के बैनर तले उड़ान नहीं भरेंगी। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि चार उड़ानों AI864 (मुंबई-दिल्ली), AI687 (मुंबई-दिल्ली), AI945 (मुंबई-अबू धाबी) और AI639 (मुंबई-बेंगलुरु) में ‘उन्नत भोजन सेवा’ दी जाएगी। हालांकि, अधिग्रहण की पूरी प्रक्रिया गुरुवार के बाद संपन्न हो पाएगी। नई सेवाओं के संबंध में टाटा समूह की ओर से केबिन क्रू के सदस्यों को एक मेल भी भेजा गया है।
आने वाले सात दिन बेहद महत्वपूर्ण
केबिन क्रू सदस्यों को भेजे गए मेल में कहा गया है कि अगले सात दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि हम अपनी छवि, दृष्टिकोण और धारणा को बदल देंगे। टाटा के संदीप वर्मा और मेघा सिंघानिया द्वारा कहा गया कि केबिन क्रू सदस्य ब्रांड/छवि निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले ‘महत्वपूर्ण ब्रांड एंबेसडर’ हैं। वे यात्रियों का स्वागत करेंगे, मेहमानों को संबोधित करेंगे और उनकी सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि चालक दल नियमों का पालन करते हुए स्मार्ट ड्रेस पहने नजर आएंगे। इसके साथ ही ग्रूमिंग सहयोगी चालक दल का निरीक्षण करेंगे।
चरणबद्ध तरीके से शुरू होंगी सेवाएं
गौरतलब है कि सरकार ने प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के बाद आठ अक्तूबर को 18,000 करोड़ रुपये में एयर इंडिया को टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को बेच दिया था। बता दें कि यह टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी की अनुषंगी इकाई है। अधिकारियों ने कहा कि किस दिन से एयर इंडिया की सभी उड़ानें टाटा सूमह के बैनर तले या फिर उसके तत्वाधान में उड़ान भरेंगी, इसकी जानकारी बाद में साझा की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि टाटा समूह के अधिकारियों द्वारा तैयार किए गए ‘उन्नत भोजन सेवा’ को चरणबद्ध तरीके से और उड़ानों में शुरू किया जाएगा।
1932 में भरी थी एयर इंडिया ने पहली उड़ान
एयर इंडिया के इतिहास की बात करें तो इसकी शुरुआत अप्रैल 1932 में हुई थी। इसकी स्थापना उद्योगपति जेआरडी टाटा ने की थी। उस समय एयरलाइन का नाम टाटा एयरलाइंस था। इसके साथ ही आपको बता दें कि एयरलाइन की पहली कॉमर्शियल उड़ान 15 अक्तूबर 1932 को भरी गई थी। तब सिर्फ सिंगल इंजन वाला ‘हैवीलैंड पस मोथ’ हवाई जहाज था, जो अहमदाबाद-कराची के रास्ते मुंबई गया था। प्लेन में उस वक्त एक भी यात्री नहीं था बल्कि 25 किलो चिट्ठियां रखी गई थीं।