भारतीय नौसेना ने हाल ही में #मिशन रेडी हैशटैग के साथ एक तस्वीर साझा की। इस तस्वीर के साथ संदेश था, “उद्देश्य के साथ उपस्थिति।”
भारतीय नौसेना के बाद, भारतीय थल सेना ने भी #मिशन रेडी हैशटैग के साथ एक वीडियो जारी किया और लिखा, “हमेशा तैयार, हमेशा सतर्क।”
‘आई एम टेलिंग द होल वर्ल्ड…’
पहलगाम आतंकी हमले पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंग्रेजी में दुनिया को संदेश दिया, तो इस सख्त आवाज़ की वजह क्या थी?
✍️ अनिता चौधरी
नई दिल्ली, 26 अप्रैल 2025, शनिवार। पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान सीमा पर आमने-सामने की स्थिति में हैं। पाकिस्तान ने सीमा पर अपने सैन्य बल बढ़ा दिए हैं। इन सबके बीच भारतीय नौसेना ने शनिवार को अपने युद्धपोतों के बेड़े की एक तस्वीर जारी की। भारतीय नौसेना ने #मिशन रेडी हैशटैग के साथ इस तस्वीर को साझा करते हुए लिखा, “हमेशा तैयार, हमेशा सतर्क।”
भारतीय नौसेना की इस तस्वीर के कुछ ही समय बाद भारतीय थल सेना ने भी #मिशन रेडी हैशटैग के साथ एक वीडियो जारी किया। इस वीडियो में भारतीय सेना आसमान में शक्ति प्रदर्शन करती नजर आ रही है, जिसमें हथियारों का जोरदार प्रदर्शन किया गया। वीडियो में “नन्हा, अडिग, कोई मिशन असंभव नहीं, हमेशा तैयार” जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
भारतीय सेना की ओर से जारी यह तस्वीर और वीडियो बहुत कड़ा संदेश दे रहे हैं। इससे पहले भारतीय वायुसेना अपने लड़ाकू विमानों के साथ आसमान में शक्ति प्रदर्शन कर चुकी थी। उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें आतंकियों ने धर्म पूछकर भारत के 26 नागरिकों को गोलियों से भून दिया और 17 लोग घायल हुए, के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को कड़ा संदेश दिया था। पीएम मोदी ने कहा था, “मैं पूरी दुनिया को बता रहा हूँ, आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई दुनिया के लिए मिसाल बनेगी। आतंकी और उनके आकाओं को ऐसी सजा मिलेगी, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। उनकी रूह काँप उठेगी।”
आइए, जानते हैं कि आखिर क्यों प्रधानमंत्री ने इतने सख्त शब्दों में दुनिया को आगाह किया।
दरअसल, ग्लोबल फायरपावर रैंकिंग 2025 के अनुसार, भारत दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है। भारत के पास पाकिस्तान से कहीं बड़ा सैन्य बल है। टैंक, विमान, और पनडुब्बियाँ भी भारत के पास संख्या में अधिक, आधुनिक, और उन्नत हैं।
ग्लोबल फायरपावर 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, 145 देशों की सैन्य शक्ति की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान 12वें स्थान पर।
भारतीय थल सेना की ताकत
भारतीय थल सेना में 14.44 लाख सक्रिय सैनिक, 11.55 लाख रिजर्व फोर्स, और 25.27 लाख अर्धसैनिक बल हैं।
थल सेना की मारक क्षमता में आधुनिक और स्वदेशी तकनीक का शानदार मिश्रण है। भारत के पास कुल 4,201 टैंक हैं, जिनमें अर्जुन टैंक और T-90 भीष्म जैसे खतरनाक टैंक शामिल हैं। अर्जुन टैंक स्वदेशी है, जबकि T-90 भीष्म रूस से लिया गया और भारत में अपग्रेड किया गया। भारतीय थल सेना के पास पिनाका रॉकेट सिस्टम, ब्रह्मोस मिसाइल, बोफोर्स, धनुष, और होवित्जर तोपें हैं। ये हथियार जमीन, आसमान, और समुद्र तक मार करने में सक्षम हैं।
पाकिस्तान की थल सेना
पाकिस्तान के पास 6.54 लाख सक्रिय सैनिक, 3,742 टैंक, 50,523 बख्तरबंद गाड़ियाँ, और 752 सेल्फ-प्रोपेल्ड आर्टिलरी यूनिट्स हैं। इसके अलावा, 692 रॉकेट लॉन्चर भी हैं। पाकिस्तान के पास 2,627 टैंक हैं, जो भारत के मुकाबले आधे हैं।
भारतीय वायुसेना
आसमान में भी भारत का दबदबा है। भारतीय वायुसेना के पास कुल 2,229 विमान हैं, जिनमें 600 लड़ाकू विमान, 831 सपोर्ट एयरक्राफ्ट, 899 हेलीकॉप्टर, और 50+ UAVs शामिल हैं। इसके बेड़े में राफेल, सुखोई Su-30MKI, मिराज-2000, जगुआर, और मिग-29 जैसे आधुनिक लड़ाकू विमान हैं। साथ ही, ब्रह्मोस, अस्त्र, रुद्रम, और आकाश जैसे मिसाइल सिस्टम भी हैं।
पाकिस्तान की वायुसेना
पाकिस्तान के पास 1,399 विमान हैं, जिनमें 328 फाइटर जेट, 64 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 565 ट्रेनर एयरक्राफ्ट, और 373 हेलीकॉप्टर हैं। इसके अलावा, 57 अटैक हेलीकॉप्टर और 4 एयरबोर्न टैंकर हैं।
भारतीय नौसेना
भारतीय नौसेना समुद्र की सतह और अंदर दोनों पर अपनी ताकत दिखाती है। मोदी सरकार में भारतीय नौसेना का तेजी से विस्तार हो रहा है, जिसमें आधुनिक तकनीक का समावेश हो रहा है। भारत के पास 150 युद्धपोत हैं, जिनमें INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य जैसे विमानवाहक पोत और परमाणु पनडुब्बियाँ शामिल हैं। इनमें धनुष और K-15 जैसी मिसाइलें इस्तेमाल की जा सकती हैं। भारतीय नौसेना में 1,42,252 सक्रिय सैनिक हैं।
पाकिस्तान की नौसेना
पाकिस्तान के पास 114 जहाज, 8 पनडुब्बियाँ, और 9 फ्रिगेट युद्धपोत हैं। हालाँकि पाकिस्तान ने हाल के वर्षों में अपनी समुद्री ताकत बढ़ाई है, लेकिन भारत की नौसेना रेंज, नेटवर्किंग, और परमाणु क्षमता में उससे कहीं आगे है।
इन सबको देखते हुए, सैन्य क्षमता, तकनीकी श्रेष्ठता, और रणनीतिक तैयारियों के मामले में भारत पाकिस्तान से कई गुना आगे है। भारत का सैन्य ढांचा न केवल विशाल है, बल्कि आत्मनिर्भरता और उच्च-स्तरीय तकनीकी उन्नयन की दिशा में निरंतर बढ़ रहा है। भारत की अर्धसैनिक ताकत, सैटेलाइट नेटवर्क, ड्रोन तकनीक, और मल्टी-डोमेन युद्ध रणनीति ने उसे वैश्विक सैन्य मानचित्र पर अग्रणी स्थान दिलाया है, जबकि पाकिस्तान अपनी सीमित संसाधनों और सहायता-निर्भर सैन्य नीति के कारण काफ़ी पीछे है।