विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति का चुनाव हार चुके हैं। चुनाव लड़ने से पहले उन्होंने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। अब जब द्रौपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति बन चुकी हैं, तो यशवंत सिन्हा के राजनीतिक भविष्य पर फिर से चर्चा होने लगी है। इस बीच सिन्हा खुद सामने आए हैं और अपने भविष्य के बारे में बताया है।
सिन्हा ने कहा, वह अब किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे और स्वतंत्र रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अभी यह तय नहीं किया है कि वह आगे चलकर सार्वजनिक जीवन में वह क्या भूमिका निभाना चाहते हैं? हालांकि, वह किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे यह तय है। उन्होंने यह भी कहा कि वह टीएमसी के संपर्क में नहीं हैं। न ही मुझसे किसी ने बात की है और न ही मैंने किसी से। सिन्हा ने कहा, मुझे देखना होगा कि मैं सार्वजनिक जीवन में क्या भूमिका निभाऊंगा और कितना सक्रिय रहूंगा। मैं अभी 84 का हूं, इसलिए ये मुद्दे हैं।
2018 में छोड़ी थी भाजपा
सिन्हा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई सरकार में वित्त मंत्री थे। उन्होंने 2018 में भाजपा छोड़ दी थी। मार्च, 2021 में यह टीएमसी में शामिल हुए थे।