केंद्रीय वित्त मंत्री 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश करने वाली हैं। यह बजट पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री के रुप में निर्मला सीतारमण का चौथा और 2014 में सत्ता में आपने बाद से नरेंद्र मोदी सरकार का 10वां बजट होगा। लेकिन क्या आप देश के ऐसे वित्त मंत्रियों के बारे में जानते हैं जो बाद में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भी बने। इस सूची में सात नाम शामिल हैं।
1- मोरारजी देसाई
भूतपूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने वित्त मंत्री के रूप में 10 बार केंद्रीय बजट पेश किया। अब तक सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड इन्हीं के नाम है। देसाई ने साल 1958 से साल 1963 तक वित्त मंत्री का काम-काज संभाला। फिर मार्च 1967 से जुलाई 1969 तक उन्होंने इंदिरा गांधी के कैबिनेट में वित्त मंत्री के तौर पर सेवा दी। इसके बाद में मोरारजी देसाई मार्च 1977 से जुलाई 1979 के बीच प्रधानमंत्री रहे। वे भारत के चौथे प्रधानमंत्री थे।
2- चरण सिंह
भूतपूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह वित्त वर्ष 1979 में जनवरी से जुलाई तक वित्त मंत्री के पद पर रहे। इसी दौरान आगे चलकर जुलाई 1979 से जनवरी 1980 तक वह भारत के प्रधानमंत्री के रूप में भी वह कार्यरत रहे। चरण सिंह के बारे में खास बात यह है कि वह बतौर प्रधानमंत्री संसद में नहीं जा सके और बाद में उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
3- विश्वनाथ प्रताप सिंह
विश्वनाथ प्रताप सिंह का नाम भी ऐसे वित्त मंत्रियों में शामिल है जो कि आगे चलकर देश के प्रधानमंत्री बने। इनके बारे में बता दें कि इन्होंने दिसंबर 1984 से जनवरी 1987 तक वित्त मंत्री के तौर पर देश को अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद वह दिसंबर 1989 से नवंबर 1990 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे।
4- इंद्र कुमार गुजराल
इंद्र कुमार गुजराल भारत के 12वें प्रधानमंत्री थी। उनका प्रधानमंत्री पद पर कार्यकाल अप्रैल 1997 से लेकर मई 1997 तक रहा। गौरतलब है कि इंद्र कुमार गुजराल ने भी प्रधानमंत्री बनने से पहले वित्त मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं। हालांकि, वह बहुत ही कम अवधि तक यानि महज 11 दिन के लिए ही देश के वित्त मंत्री रहे थे।
5- मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह साल 1991 से 1996 तक देश के वित्त मंत्री के रूप में काम किया। उन्हें भारत के सबसे उम्दा वित्त मंत्रियों में से एक कहा जाता है। उन्होंने भारत में लाइसेंस राज प्रणाली को समाप्त कर देश में उदारीकरण का रास्ता खोला था। इसके पहले वह 1982 से 1985 तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर भी थे। मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार में प्रधानमंत्री रहे।
6- आर वेंकटरमन
आर वेंकटरमन ने जनवरी 1980 से जनवरी 1982 तक वित्त मंत्री के रूप में देश की सेवा की। वित्त मंत्री रहते हुए आर वेंकटरामन ने तीन बार बजट पेश किया। इसके बाद में उन्होंने अगस्त 1984 से जुलाई 1987 तक देश के उपराष्ट्रपति का पदभार संभाला। फिर जुलाई 1987 से जुलाई 1992 तक राष्ट्रपति के रूप में देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद हासिल किया।
7- प्रणब मुखर्जी
आर वेंकटरमन की ही तरह पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी वित्त मंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दीं थी। मुखर्जी जुलाई 2012 में भारत के 13वें राष्ट्रपति बने। उन्होंने 1982 से 1984 तक वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया। बाद में 2009 से 2012 तक मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार में वह वित्त मंत्री रह चुके हैं। प्रणब मुखर्जी ने 8 बार संसद में बजट पेश किया।