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Monday, May 6, 2024

सीवान से इंग्लैंड भेजा जा रहा चीनी,रेल माल गोदाम से दूसरी खेप विदेश के लिए रवाना

सीवान से चीनी लोड कर इंग्लैंड भेजी जा रही है। रेल मालगोदाम से सोमवार को गोपालगंज सिधवलिया शुगर मिल की चीनी पहले गुजरात के कांडला पोर्ट पर जाएगी और फिर वहां से समुद्री मार्ग होते हुए लंदन सहित कई खाड़ी देशों को भेजा जाएगा। इसको लेकर सीवान प्रशासन द्वारा लोडिंग के लिए मालगाड़ी के डिब्बों का प्लेसिंग माल गोदाम में करके मिल प्रशासन को सूचित किया गया तब रेलवे सुरक्षा बल की कड़ी सुरक्षा के बीच मालगाड़ी में चीनी की लोडिंग शुरू की गई। वहीं सीवान लोडिंग के समय रेलवे सुरक्षा बल पूरी तरह से मुस्तैद रही।

कितने टन चीनी भेजा गया विदेशचीनी की खेप में 42 डिब्बों में भर भर के लोड किया गया है जिसमें लगभग 2652 टन चीनी की लोडिंग हुई है। चीनी के निर्यात से रेलवे को लगभग 60 लाख 21 हजार रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई है। यह सीवान रेलवे स्टेशन के लिए एक उपलब्धि है। सिधवलिया चीनी मिल का चीनी मालगाड़ी पर लोड करने के लिए पहले हथुआ रेल माल गोदाम को चिन्हित किया गया था, लेकिन शुगर मिल के अधिकारियों ने सीवान मालगोदाम से शुगर चीनी लोड करने की इच्छा जाहिर की । इसके बाद शुगर मिल के अधिकारियों तथा रेलवे के अधिकारियों के बीच कई बार विचार विमर्श हुआ। पिछले सप्ताह सिधवलिया शुगर मिल के अधिकारी रेलवे के अधिकारियों के साथ मिलकर माल गोदाम का निरीक्षण किया था. इस दौरान माल को कैसे लोड किया जाएगा, सिधवलिया से ट्रक किस रास्ते से आएगा, इस सब का निरीक्षण किया गया था। इसके बाद रेलवे तथा शुगर मिल के अधिकारियों के बीच गोदाम से चीनी लोड करने की बात बनी थी। चीनी की दूसरी खेप सोमवार को लोड किया गया और विदेश भेजने के लिए गुजरात पोर्ट पर भेज दिया गया। फिर उसे समुंदर के मार्ग से पहले इंग्लैंड और फिर अलग-अलग खाड़ी देशो में भेजी जाएगी।

इसके पहले भी भेजी जा चुकी है चीनी इंग्लैंड सीवान रेलवे स्टेशन के पास बने मक गोदाम से सोमवार को लोड कर सब कम्प्लीट कर लिया गया। इसके पहले रेल माल गोदाम से 21 जनवरी को पहली बार 42 बैगन चीनी गुजरात के कांडला पोर्ट के लिए भेजा गया। रैक पॉइंट से मालगाड़ी पर चीनी लोड करने के दौरान सिधवलिया शुगर मिल के एजीएम आशीष खन्ना, स्टेशन अधीक्षक अनंत कुमार तथा डीसीआई विशाल कुमार सिंह मौजूद थे।

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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