राजस्थान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश में बदहाल कानून व्यवस्था, महिला अत्याचार और दुष्कर्म के बढ़ते मामलों को लेकर प्रदेश मुख्यालय पर प्रेसवार्ता को संबोधित किया। प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बीकानेर के खाजूवाला में दलित लड़की के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या के मामले में आरोप लगाते हुए कहा, प्रदेश में साढे चार साल में महिला दुष्कर्म की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। एनसीआरबी के अनुसार पूरे देश में सबसे अधिक दुष्कर्म की घटनाएं राजस्थान में दर्ज की गई हैं।
सीपी जोशी ने कहा, प्रदेश में महिला अत्याचार और दुष्कर्म की घटनाओं में 22 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि मुख्यमंत्री कहते हैं कि दुष्कर्म के 56 फीसदी मामले फर्जी होते हैं। इन सभी घटनाओं ने प्रदेश को शर्मसार किया है। बेहद शर्म की बात है कि जहां सरकार को खाजूवाला में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना था, परिवार की मदद करनी थी वहां सरकार धरने पर बैठे पीड़ित परिवार से अभद्रता कर रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन के बाद सरकार चेती है।
मुख्यमंत्री दुष्कर्म की घटनाओं के रोष को भटकाने के लिए भाजपा और संघ पर ऊल-जलूल आरोप लगाते हैं’
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री दुष्कर्म की घटनाओं के रोष को भटकाने के लिए भाजपा और संघ पर ऊल-जलूल आरोप लगाते हैं। वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा जिनका नारा स्लोगन ‘लडकी हूं, लड सकती हूं’ को यहां क्यों भुला दिया जाता है। उनके लिए राजस्थान केवल पर्यटन स्थल है, यहां वे पीड़ित महिलाओं के आंसू पोंछने नहीं आती। यहां उन्हे दलित महिलाओं पर अत्याचार नजर नहीं आते। सीपी जोशी ने कहा कि खाजूवाला घटना में मुख्य रूप से जो आरोपी हैं, उनकी जल्द गिरफ्तारी कर कड़ी से कड़ी सजा देने और पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा व आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की।
‘पीड़िता न्याय के लिए पुलिस कमिश्नरेट जाती है, तो अधिकारी रिश्वत में पीड़िता की अस्मत मांगता है’
जोशी ने कहा, प्रदेश में स्थिति इतनी भयावह है कि दुष्कर्म पीड़िता जब न्याय के लिए पुलिस कमिश्नरेट जाती है, तब वहां बैठा अधिकारी रिश्वत में पीड़िता की अस्मत मांगता है। प्रदेश में महिलाओं के लिए कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं है। सीपी जोशी ने कहा कि भाजपा की ओर से पहले भी मांग की गई है कि प्रदेश में पूर्णकालिक गृहमंत्री होना चाहिए जो किसी भी घटना की जिम्मेदारी ले सके और सक्षम जवाबदेही तय हो सके। महिला अत्याचार की बढ़ती घटनाओं को रोक पाने में अक्षम मुख्यमंत्री गहलोत के भीतर यदि जरा सी भी नैतिकता बची है तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रेसवार्ता में प्रदेश मंत्री अशोक सैनी, लक्ष्मीकांत भारद्वाज, विजेन्द्र पूनियां, मीडिया संपर्क प्रमुख आन्नद शर्मा और एससी मोर्चा प्रदेश महामंत्री मुकेश गर्ग मौजूद रहे।