मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार शाम को पुलिस मुख्यालय में क्राइम को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने सीकर में राजू ठेहट की हत्या की आरोपियों का पकड़ा जाना पुलिस की बड़ी उपलब्धि बताया। इसके अलावा मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अगर किसी पुलिसकर्मी और अपराधी में गठजोड़ की बात सामने आई तो उसके खिलाफ भी सख्त एक्शन लिया जाएगा।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार समीक्षा बैठक में अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश अपराध मुक्त होना चाहिए। इसके लिए पुलिस को जो करना है, वो करे। राजस्थान के अंदर बाहरी राज्यों के बदमाश शरण लेते हैं और धीरे-धीरे यही बदमाश राजस्थान में अपराध करने लगते हैं। ऐसे बदमाशों को चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार करें और उनके राज्यों की पुलिस को इस संबंध में अवगत कराएं।
राजस्थान में बढ़ा-चढाकर आते हैं NCRB के आंकड़े
मुख्यमंत्री गहलोत ने दावा किया कि राजस्थान में क्राइम को कंट्रोल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एससीएसटी और महिला अत्याचार के मामलों में इन्वेस्टिगेशन का टाइम कम हुआ है। साल 2018 के बाद महिला अत्याचार भी कम हुए हैं। एनसीआरबी आकड़ों पर सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में आंकड़े हमेशा बढ़ा-चढ़ाकर आते हैं। हम नेशनल क्राइम से बेहतर हैं।
अपराधियों से लिंक पर पुलिस पर होगी सख्त कार्रवाई
वहीं सीएम गहलोत ने पुलिस जवानों का अपराधियों से गठजोड़ पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि कोई भी पुलिस अधिकारी या कर्मचारी, क्रिमिनल से नेक्सस रखेगा तो उसे गिरफ्तार करेंगे। इसके साथ ही सख्त एक्शन लेकर सस्पेंड करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ड्रग का नेटवर्क चिंता का विषय बना हुआ है। इसके लिए अभियान चलाएंगे। इस अभियान में पैरेंट्स और शिक्षक वर्ग को भी शामिल करेंगे। मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा विभाग को भी इसमें जोड़ा जाएगा। शिक्षकों को भी निगरानी रखनी होगी। कोई बच्चा मादक पदार्थ का सेवन करता है तो शिक्षक इसकी जानकारी पुलिस और बच्चे के परिजन को दें। जिससे तस्करों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा सके और परिजन बच्चे पर निगरानी रख सकें।
राजस्थान सरकार ने रात 8 बजे बाद शराबबंदी के आदेश जारी किए थे लेकिन रात आठ बजे बाद भी शराब की दुकानें खुली मिलने की शिकायत मिलती है। सीएम गहलोत के निर्देश पर आबकारी और पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। अगर रात आठ बजे बाद शराब की दुकान खुली हुई मिलेगी तो संबंधित थाने के एसएचओ और सीओ पर कार्रवाई होगी। आठ बजे बाद शराब नहीं बिके, यह सुनिश्चित करेंगे।