कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की सदस्यता जाने का असर अब संसद की कार्यवाही पर भी पड़ सकता है। सोमवार को जैसे ही संसद की कार्यवाही शुरू हुई तो राहुल गांधी की सदस्यता के मुद्दे पर हंगामा हो गया। हंगामे के कारण लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी। वहीं, राज्यसभा में भी विपक्ष ने नारेबाजी की और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। पहले से ही दोनों सदनों की कार्यवाही पिछले 11 दिनों में से एक दिन भी नहीं चल पाई है। अब राहुल की सदस्यता जाने के बाद जिस तरह से विपक्ष एकजुट नजर आ रहा है। इससे लोकसभा की कार्यवाही चल पाने की संभावना बहुत कम नजर आ रही है।
बजट सत्र का दूसरा हिस्सा इसी माह की 13 मार्च को शुरू हुआ था। 24 मार्च तक एक दिन भी सामान्य तरीके से दोनों सदनों की कार्यवाही नहीं चल पाई है। लोकसभा में अनुदान मांगें, सप्लीमेंट्री बजट, जम्मू-कश्मीर का बजट और शुक्रवार को फाइनेंस बिल पास हो गया है। इसके अलावा कोई भी काम लोकसभा में नहीं हुआ है। पूरे 11 दिन दोनों सदनों की कार्यवाही हंगामे की भेट चढ़ गई है।
जिस तरह से राहुल गांधी की सदस्यता के मुद्दे पर कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल एक मंच पर नजर आ रहे हैं, इसका असर अब संसद की कार्यवाहीं पर पड़ने के आसार नजर आ रह है। ऐसी स्थिति में संसद के बचे हुए सत्र को चलाना मुश्किल नजर आ रहा है। सूत्रों का कहना है कि महत्वपूर्ण बिल लोकसभा से पास हो गए हैं। जबकि कुछ बिल राज्यसभा से पास हो गए हैं। कुछ का उच्च सदन से पास होना बाकी है। अगर विपक्ष हंगामा जारी रखता है, तो रामनवमी के पहले दोनों सदनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया जा सकता है। क्योंकि यह सत्र छह अप्रैल को खत्म होने जा रहा है।
वहीं, सोमवार को फ्लोर रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में सुबह 10 बजे बैठक बुलाई है। राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के बाद लगभग सभी विपक्षी दल राहुल के समर्थन में आ गए हैं। खरगे, राहुल और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने समर्थन के लिए सभी पार्टियों का शुक्रिया अदा भी किया।
सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में कांग्रेस के सांसद आक्रामक रहेंगे। सोमवार को इसी रणनीति के तहत काले कपड़ों में संसद पहुंचे विपक्ष के सदस्यों ने विरोध-प्रदर्शन किया। दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्षी दलों के सांसद संसद परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के पास जुटे और अदाणी मुद्दे पर तख्तियां लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। वहीं संसद के बाहर भी कांग्रेस सड़क पर दिखेगी, देशव्यापी आंदोलन के साथ यूथ कांग्रेस संसद घेराव भी करेगी। हालांकि विपक्ष विरोध से अलग सरकार दोनों की सदनों को चलाने का प्रयास करेगी। सरकार लोकसभा में पांच विधेयकों को पारित करने का प्रयास करेगी।