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Saturday, May 18, 2024

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर धावा बोलकर करोड़ों रुपये बरामद करने का दावा किया

श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। सभी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन को अपने कब्जे में ले लिया है। इन सभी का कहना है कि बदलाव के जिस वक्त का हम इंतजार कर रहे थे, वो आ गया है। वहीं इन सब के बीच राष्ट्रपति ने 13 जुलाई को इस्तीफा देने का एलान कर दिया है। इतना ही नहीं बढ़ती हिंसा को देखते हुए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने पहले ही इस्तीफा दे दिया।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को श्रीलंका में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर धावा बोलकर उनकी हवेली के अंदर करोड़ों रुपये बरामद करने का दावा किया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें प्रदर्शनकारियों को बरामद किए गए नोटों की गिनती करते हुए दिखाया गया है। डेली मिरर अखबार ने बताया कि बरामद धन को सुरक्षा इकाइयों को सौंप दिया गया था। दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने सूचित किया है कि वे प्रासंगिक तथ्यों की जांच के बाद जमीनी स्थिति की घोषणा करने के लिए कदम उठाएंगे।

प्रदर्शनकारियों के डर से राष्ट्रपति गोतबाया कल रात आर्मी हेडक्वार्टर में छिप गए थे लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आज सुबह उन्होंने वहां से भी अपना ठिकाना बदल लिया है। फिलहाल उनका पता नहीं चल रहा है आखिर वे छिपे कहां हैं। हालांकि, प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति को हर जगह खोज रहे हैं।

 

श्रीलंका सरकार के दो मंत्रियों ने दिया इस्तीफा

हिंसक प्रदर्शन के बीच श्रीलंका सरकार के दो मंत्रियों हरिन फर्नांडो और मानुषा ननायाक्करा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

श्रीलंका के सेना प्रमुख जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने रविवार को कहा कि मौजूदा राजनीतिक संकट को शांतिपूर्ण तरीके से हल करना चाहिए। उन्होंने लोगों से मुद्दे को एकजुट होकर हल करने की मांग की है।

अमेरिका ने श्रीलंका के नेताओं से आर्थिक स्थिरता हासिल करने के लिए जल्दी से कोई बड़ा कदम उठाने के लिए कहा है। विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी नई सरकार को उन समाधानों की पहचान करने और उन्हें लागू करने के लिए तेजी से काम करना चाहिए जो दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता प्राप्त करेंगे और श्रीलंका के लोगों के असंतोष को दूर करेंगे।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि वह श्रीलंका की राजनीतिक उथल-पुथल के समाधान की उम्मीद कर रहा है जो विरोध के हिंसक होने के बाद बेलआउट पैकेज के लिए बातचीत फिर से शुरू करने की अनुमति देगा। आईएमएफ ने एक बयान में कहा हम मौजूदा स्थिति के समाधान की उम्मीद करते हैं जो आईएमएफ समर्थित कार्यक्रम पर हमारी बातचीत को फिर से शुरू करने की अनुमति देगा।

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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