महाकुंभ में मौनी अमावस्या की पूर्व संध्या पर मची भगदड़ को लेकर संसद तक गरमाई राजनीति के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को प्रयागराज आ रहे हैं। उनकी डुबकी का समय बहुत महत्वपूर्ण है।
आध्यात्मिक महत्व यह है कि वह माघ की अष्टमी को पुण्य काल में त्रिवेणी में स्नान करेंगे। उसी समय दिल्ली विधानसभा चुनाव और अयोध्या के मिल्कीपुर में उपचुनाव के लिए मतदान का राजनीतिक मुहूर्त भी चल रहा होगा।
अरविंद केजरीवाल की संगम से दूरी
माना जा रहा है कि पीएम की संगम में डुबकी से राजनीतिक हिलोरें भी उठेंगी, जो दिल्ली से अयोध्या तक पार्टी के हिंदुत्व और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे को काफी कुछ अभिसिंचित कर सकती हैं, वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आफ संयोजक अरविंद केजरीवाल की संगम से दूरी के भी निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।