वाराणसी, 19 जून 2025, गुरुवार: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में श्रावण मास 2025 की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। आज गुरुवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम के सभागार में आयुक्त वाराणसी मंडल एस. राजलिंगम और पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में श्रावण मास (11 जुलाई से 9 अगस्त) के लिए श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। इस वर्ष प्रत्येक श्रावण सोमवार को 9 से 10 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन की संभावना को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और सुविधाओं को चाक-चौबंद करने का खाका तैयार किया है।
बैठक में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण, सीआरपीएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। आयुक्त ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ पेयजल, चिकित्सा, साफ-सफाई, पार्किंग, और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। धाम के बाहर गलियों में लटकते बिजली के तारों को व्यवस्थित करने और सीसीटीवी सहित सभी विद्युत उपकरणों की जांच के आदेश भी दिए गए।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। भीड़ के दबाव को नियंत्रित करने के लिए जिग-जैग रेलिंग में दोहरी बैरिकेडिंग की जाएगी। उमस और गर्मी से राहत के लिए इंडस्ट्रियल एयर कूलर लगाए जाएंगे। पेयजल और ओआरएस की नियमित व्यवस्था के साथ चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी। वृद्ध, अशक्त और दिव्यांगजनों के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था होगी। काशीवासियों के लिए श्रावण सोमवार और पर्व दिवसों को छोड़कर प्रतिदिन सुबह 4 से 5 और शाम 4 से 5 बजे झांकी दर्शन की सुविधा रहेगी।
लाइव दर्शन की सुविधा
जो श्रद्धालु धाम नहीं पहुंच पाएंगे, उनके लिए मंदिर न्यास की वेबसाइट, यूट्यूब चैनल और टाटा स्काई के प्लेटफॉर्म पर लाइव दर्शन की व्यवस्था होगी।
श्रद्धालुओं से प्रशासन की अपील
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे खाली पेट कतार में न लगें, क्योंकि भीड़ के कारण दर्शन में समय लग सकता है। मोबाइल, स्मार्ट वॉच, तंबाकू, बड़े बैग जैसी प्रतिबंधित वस्तुएं धाम में न लाएं। इन नियमों का पालन कर श्रद्धालु दर्शन को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने में सहयोग करें।
आयुक्त का निरीक्षण
बैठक से पहले आयुक्त ने धाम का व्यापक निरीक्षण किया और शेष तैयारियों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। मंदिर प्रशासन ने विश्वास जताया कि बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं का स्वागत पूरी भक्ति और सुचारु व्यवस्था के साथ किया जाएगा।