सुनाम के गांव सतौज के लोगों ने मुख्यमंत्री बने अपने गांव के बेटे भगवंत की अपील का मान रखकर पंजाब में नई मुहिम का आगाज किया है। सीएम ने कुछ दिन पहले पंजाब के लोगों से पंचायती जमीन पर अवैध कब्जा छोड़ने की अपील की थी। इस अपील का सबसे पहला असर सीएम के गांव सतौज में दिखा है। कुछ दिनों के भीतर यहां के लोगों ने स्वेच्छा से करीब दस एकड़ पंचायती जमीन से अपना कब्जा हटाकर जमीन को पंचायत के हवाले कर दिया है। करीब पांच एकड़ जमीन शेष है जिसे जल्द ही पंचायत को सौंपा जाएगा।
जानकारी के अनुसार, पंजाब में लाखों एकड़ जमीन इसी प्रकार अवैध कब्जे में है। मुख्यमंत्री भगवंत मान इस जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त करवाने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम की इस कोशिश को उनके गांव सतौज के लोगों ने आगे बढ़ाया है। गांव के सरपंच के अनुसार, इससे गांवों के लिए आय के द्वार खुलेंगे और जरूरी विकास करवाने के लिए ग्रांटों पर निर्भरता कम होगी।
तीन मई को मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने गांव पहुंचे थे। तब उन्होंने अपने गांव के किसानों से धान की सीधी बिजाई करने और पंचायती जमीन से अवैध कब्जा त्याग कर पंजाब में मिसाल कायम करने की अपील की थी। सीएम की दोनों अपील यहां रंग ला रही हैं। यहां के कई किसान, धान की सीधी बिजाई के लिए भी आगे आ रहे हैं।
गांव के सरपंच चरणा सिंह ने बताया कि लोगों ने मुख्यमंत्री मान की अपील को स्वीकार करते हुए अपनी मर्जी से जमीन से कब्जा छोड़े हैं। पांच या छह एकड़ जमीन से कब्जा शेष रह गया है जिसे लोग जल्द छोड़ देंगे। सरपंच ने बताया कि पिछले कई दशकों से इस जमीन पर कब्जा था लेकिन गांव के बेटे के सीएम बनते ही लोगों ने जमीन, पंचायत को सौंप दी है। सरपंच ने कहा कि पहले गांव को आमदनी नहीं थी लेकिन अब इस जमीन से गांव को आय होगी और विकास के जरूरी कार्य करवाए जा सकेंगे।