अभिनेता, लेखक और संगीतकार पीयूष मिश्रा ने कहा कि वह जीवन में उस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां वह उत्सुक रहते हैं कि आगे क्या होने वाला है। अभिनेता लगातार अपने और इंडस्ट्री के कलाकारों के बारे में बात कर रहे हैं। इसी क्रम में एक नए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि शायद उनके पास जीने के लिए 20 से ज्यादा साल नहीं बचे हैं। ऐसे में उनके दिमाग में बहुत सारे प्रश्न चलते हैं। पीयूष ने कहा कि वह इस बारे में अमिताभ बच्चन से भी पूछना चाहते हैं क्योंकि इतनी शिद्दत से उनकी उम्र में कोई और काम नहीं करता।
हाल ही में एक बातचीत में पीयूष मिश्रा ने बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के बारे में और उनके काम करने के स्टाइल के बारे में बात की। पीयूष मिश्रा ने इस बातचीत में यहां तक कह दिया कि वह अमिताभ के रूप में काम करना चाहते हैं, जो उन्हें बिना रुके काम करते रहने के लिए प्रेरित करते हैं। पीयूष ने बताया कि वह यह सोचते हैं कि आखिर वह कौन सी उपलब्धि होगी, जो उनके लिए पर्याप्त होगी। आपको बता दें, पीयूष मिश्रा और अमिताभ बच्चन ने फिल्म ‘पिंक’ में एक साथ काम किया था। ऐसे में पीयूष का अमिताभ बच्चन के काम के बारे में बात करना ज्यादा चौंकाने वाली बात नहीं है।
पीयूष मिश्रा बोले, ‘आप अपना पूरा जीवन काम करते हुए नहीं बिता सकते। कभी-कभी, मैं अपने सहकर्मियों को देखता हूं और सोचता हूं कि क्या वे कभी स्टारडम का पीछा करते-करते थक गए हैं? वे कितना काम कर सकते हैं, किस स्तर की सफलता काफी है? कितना पैसा काफी है? वे अमिताभ बच्चन नहीं बन सकते, है न? उनके जैसा कोई और नहीं है, और कोई भी उनके जैसी इंटेंसिटी से काम नहीं करता, यहां तक कि 80 साल की उम्र में भी।
पीयूष मिश्रा ने आगे कहा, ‘मुझे अमिताभ बच्चन से यह पूछने का कभी मौका नहीं मिला, लेकिन मैं चाहता हूं। मैं जानना चाहता हूं कि उनकी तलाश क्या है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं, आप कहां जाना चाहते हैं? एक अंत होना चाहिए, आप कहां रुकना चाहते हैं?’ उन्होंने कहा कुछ कलाकारों को जब तक वे चाहते हैं, तब तक काम करने में सक्षम होने की विलासिता है, जब तक वे सृजन करने में सक्षम हैं। हाल ही में एक साक्षात्कार में, उन्होंने ‘पिंक’ के हिट होने के बाद एक बच्चन परिवार के घर की पार्टी का भी एक किस्सा याद किया था।
अमिताभ बच्चन ने एक ब्लॉग में एक मजेदार घटना के बारे में बात की थी, जब एक बच्चे ने उन्हें रिटायर होने और आराम करने के लिए कहा था, जैसे उनके दादा-दादी ने किया था। महानायक ने लिखा था, ‘मैं आरबीआई अभियान के लिए काम कर रहा था और उस दृश्य में लगभग पांच या छह साल का एक छोटा बच्चा था ..और रिहर्सल के बीच में वह मेरी ओर मुड़ा और कहा .. ‘एक्सक्यूज मी, आप कितने साल के हैं?’ मैंने कहा 80 ! तो वह बोला ओह! तो आप काम क्यों कर रहे हो, मेरे दादा-दादी घर पर बैठे हैं और चिल कर रहे हैं.. आपको भी ऐसा करना चाहिए..!! मेरे पास उनके लिए कोई जवाब नहीं था.. मुख्य रूप से इसलिए कि मैं इस पांच साल के बच्चे की असामयिक सत्यता पर चकित था और दूसरी बात, मेरे पास कोई जवाब नहीं था!’