दिल्ली के जंतर मंतर पर डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने के बाद पहलवानों का प्रदर्शन और तेज हो गया है। दिल्ली पुलिस ने बयान जारी कर रहा है कि नाबालिग महिला पहलवान ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया है। सीआरपीसी 164 के तहत बयान दर्ज किया गया। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है।
डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने कनॉट प्लेस थाने में दो एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस ने नाबालिग रेसलर से यौन शोषण के मामले में बृजभूषण पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था तो वहीं अन्य छह महिला पहलवानों के आरोपों पर दूसरी एफआईआर दर्ज की थी। दिल्ली पुलिस आरोपों के की जांच कर रही है। इससे पहले को सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस ने WFI अध्यक्ष के खिलाफ केस दर्ज करने पर सहमति जताई थी। 21 अप्रैल को एक नाबालिग समेत सात महिला रेसलर्स ने बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की थी। केस न दर्ज होने पर रेसलर्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। 23 अप्रैल से बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत कई दिग्गज रेसलर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों का कहना है कि जब तक बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी नहीं होगी। तब तक जंतर मंतर पर प्रदर्शन होता रहेगा।
बात दें कि जनवरी में पहलवानों ने पहली बार कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया था। पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर में धरने पर बैठे थे। पहलवानों कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर मनमाने तरीके से संघ चलाने और कई महिला पहलवानों का यौन शोषण करने के आरोप लगाए थे। इसके बाद बृजभूषण शरण सिंह को कुश्ती संघ के कामकाज को दूर कर दिया गया और उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए समिति बना दी गई।
इस समिति ने पांच अप्रैल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। इसके बाद पहलवानों ने रविवार (23 अप्रैल) को फिर से दिल्ली के जंतर-मंतर में प्रदर्शन शुरू कर दिया। जांच समिति की सदस्य रहीं बबीता फोगाट ने समिति की रिपोर्ट से असहमति जताई है और एक सदस्य पर बदसलूकी के आरोप भी लगाए हैं। वहीं, पहलवान ने राजनीतिक दलों से भी समर्थन मांगा है और उन्हें कई राजनेताओं का समर्थन मिल रहा है। आज ब्लैड डे जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के द्वारा मनाया जा रहा है।