भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सांबा सेक्टर की चक फकीरा पोस्ट के नजदीक मिली 150 मीटर सुरंग में पाकिस्तान ने आतंकियों की घुसपैठ में मदद करने के लिए सुरंग में ऑक्सीजन पाइप भी बिछा रखे थे। सुरंग की छानबीन में 265 फुट लंबे पाइप मिले हैं, जिसे घुसपैठियों को ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए लगाया गया था। जांच में जुटे बीएसएफ और पुलिस के अफसरों के अलावा वीरवार को एनआईए का दल भी मौके पर पहुंचा। खोदाई कर सुरंग के चप्पे-चप्पे को खंगाला जा रहा है।
बुधवार शाम को मिली सुरंग की छानबीन वीरवार देर शाम तक छानबीन चलती रही। जांच में सुरंग के मुहाने का व्यास ढाई फुट पाया गया। मुहाने के 25 फुट नीचे जाकर सुरंग को टेढ़ा कर खोदा गया है। सुरंग का मुहाना सरकंडों और छोटे से टीले में मिला है, लेकिन चौंकाने वाली बात है कि इस टीले के दोनों तरफ बीएसएफ के माउंट हैं, जहां दिन रात जवानों की तैनाती रहती है। तारबंदी के इस तरफ 100 मीटर जबकि उस पार यह टनल 50 मीटर लंबी है, जिसका दूसरा मुहाना जंगल क्षेत्र में जाकर मिलता है। सुरंग को कुछ दिन पहले ही खोदा गया प्रतीत हो रहा है। जांच में जुटी टीम ने मशीनों से खोदाई की है, जिससे सुरंग को भीतर से गहनता से जांचा जा रहा है।
सांबा। बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आईजी डीके भूरा ने कहा कि सुरंग का भंडाफोड़ कर बीएसएफ ने श्री अमरनाथ यात्रा को लेकर रची गई आतंकियों की साजिश को नाकाम कर दिया है। इस सुरंग के रास्ते आतंकी भेजकर यात्रा में खलल डालने की साजिश थी। उन्होंने कहा कि आतंकियों की घुसपैठ सफल होने के सुबूत नहीं मिले हैं, लेकिन वे ऐसा मानकर चल रहे हैं कि सुंजवां में हमला करने वाले आतंकी इसी सुरंग से आए होंगे।
जांच कर उन कड़ियों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जिसमें आतंकियों का रूट इस सुरंग से जुड़ता हो। आईजी ने कहा कि 22 अप्रैल की सुबह सुंजवां में आतंकी हमले के बाद से लगातार सीमावर्ती क्षेत्र में एंटी टनल अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार की शाम जवानों को इसी अभियान के तहत मिट्टी दिखाई दी, जिसकी जांच के दौरान सुरंग का मुहाना खोज लिया गया।
सुरंग के मुहाने को मजबूती देने के लिए रेत के बैग रखे गए थे। पहले खोजी गई सुरंगों में मिले बैग पर पाकिस्तान की मुहर और पते का मार्का होता था। इस बार 21 बैग मिले हैं, जिन पर कोई निशान (मार्का)नहीं है। आईजी बीएसएफ के अनुसार 2012 से लेकर आज तक बीएसएफ ने 11 टनल ढूंढ निकाली हैं। सीमा पर कड़ी चौकसी के चलते पाकिस्तान सुरंगों से घुसपैठ की फिराक में रहता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के जम्मू दौरे से पहले भी आतंकी घुसपैठ की साजिश संबंधी इनपुट मिल रहे थे, जिसे लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती गई।
सुरंग को पूरी तरह से खोदकर चप्पा चप्पा जांचने के लिए जेसीबी मशीन लगाई गई है, वहीं तारबंदी के पार सरकंडे (ऊंची घास) को उखाड़ने के लिए तीन ट्रैक्टर लगाए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि तारबंदी के आगे झाड़ियां और सरकंडा पहले भी साफ किया जाता रहा है।