ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने मंगलवार को हुई विपक्ष की बैठक पर निशाना साधा। कहा कि धर्मनिरपेक्ष दल एआईएमआईएम के साथ राजनीतिक अछूत जैसा व्यवहार कर रहे हैं। बता दें, असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी को बेंगलुरु में होने वाली दो दिवसीय विपक्ष की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था।
एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने मंगलवार को कहा कि धर्मनिरपेक्ष कहे जाने वाले दलों ने हमें नहीं बुलाया, हम उनके लिए राजनीतिक अछूत हैं। जबकि कुछ ऐसे नेताओं को आमंत्रण दिया गया, जो कभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ थे। बता दें, उनका इशारा नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे और महबूबा मुफ्ती पर था।
उन्होंने आगे कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को गाली दे रहे अरविंद केजरीवाल भी बैठक में मौजूद हैं। वारिस ने कहा कि हम अगले साल भाजपा को हराने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन विपक्षी दल हमारी पार्टी को नजरअंदाज कर रहे हैं।
बता दें, अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को टक्कर देने के लिए बेंगलुरु में दो दिवसीय विपक्षी दलों की बैठक संपन्न हुई। विपक्षी कुनबे को अब नया नाम दिया गया है। राहुल गांधी ने कहा था कि अब लड़ाई, इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (आईएनडीआईए) और भाजपा के बीच है।
गठबंधन का नया नाम
विपक्षी दलों की बैठक बेंगलुरु में हुई। नाम पर चर्चा के बाद एक-एक करके दलों के नेताओं और पार्टियों के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट किए जाने लगे। लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी ने लिखा, ‘विपक्षी दलों का गठबंधन भारत का प्रतिबिंब है!’
I – Indian
N – National
D – Developmental
I – Inclusive
A – Alliance
अब भाजपा को INDIA कहने में भी पीड़ा होगी! लगा दी।