ड्रग्स की तस्करी के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का भंडाफोड़ करने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संयुक्त अभियान चलाया था, जिसके तहत दिल्ली में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। बड़ी मात्रा में ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल होने वाला रसायन जब्त किया गया, जिसे सूखे नारियल के पाउडर में छिपाकर बड़ी मात्रा में स्यूडोएफेड्रिन भारत से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भेजा जा रहा था। एनसीबी ने कहा कि ड्रग्स की तस्करी नेटवर्क के मास्टरमाइंड की पहचान एक तमिल फिल्म निर्माता के रूप में की गई है, जो फिलहाल फरार है।
आरोपी भेज चुके हैं 45 स्यूडोएफेड्रिन शिपमेंट
एक बयान में एनसीबी के उप महानिदेशक (डीडीजी) ज्ञानेश्वर सिंह ने खुलासा किया कि गिरफ्तार किए गए तीन व्यक्तियों ने एंटी नारकोटिक्स एजेंसी को बताया कि उन्होंने पिछले तीन वर्षों में कुल 45 स्यूडोएफेड्रिन शिपमेंट भेजे थे। इन शिपमेंट में लगभग 3500 किलोग्राम स्यूडोएफेड्रिन था, जिसकी अनुमानित कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 2000 करोड़ रुपये से अधिक थी।
चार महीने से चल रही थी नेटवर्क को पकड़ने की तैयारी
ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि एनसीबी और दिल्ली पुलिस की टीमों ने लगभग चार महीने पहले ऑस्ट्रेलियाई और न्यूजीलैंड अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर नेटवर्क का भंडाफोड़ कर दिया। उन्होंने भारत से दोनों देशों में भेजे जा रहे सूखे नारियल पाउडर के भीतर छिपी बड़ी मात्रा में स्यूडोएफेड्रिन के बारे में जानकारी दी। अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (डीईए) ने इन शिपमेंट के सोर्स के रूप में दिल्ली के बारे में संकेत देते हुए खुफिया जानकारी प्रदान की है।
तमिल निर्माता की तलाश जारी
तीनों आरोपियों को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से 50 किलोग्राम स्यूडोएफेड्रिन जब्त किया गया। वे तीनों तमिलनाडु के रहने वाले हैं। सांठगांठ के मास्टरमाइंड की पहचान एक तमिल फिल्म निर्माता के रूप में की गई है, जो फरार है। उसे गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि स्यूडोएफेड्रिन के सोर्स का पता लगाया जा सके।