गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे सिपाहियों (पीएसी के जवान) पर जानलेवा हमला करने के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी पर सोमवार को गोरखनाथ थाने में दो अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं। एक केस सिपाही की तहरीर पर धार्मिक उन्माद फैलाने, सरकारी काम में बाधा डालने, सरकारी काम के दौरान भय पैदा करने, सरकारी काम कर रहे लोकसेवक पर हमला करने, हत्या की कोशिश, 7सीएलए की धाराओं में दर्ज हुआ है। दूसरा केस आर्म्स एक्ट का दर्ज किया गया है। वहीं घटना का एक वीडियो सोमवार को सामने आया। इस वीडियो में सिपाहियों पर जानलेवा हमला करने का आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी धार्मिक उन्माद वाले नारे भी लगा रहा था। इसकी वजह भी जांच एजेंसियां और पुलिस समझने की कोशिश कर रही हैं, क्योंकि अक्सर ऐसा जेहादी ही करते हैं। उधर, घटना का वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में आरोपी मुर्तजा की क्रूरता भी साफ नजर आ रही है।
जानकारी के मुताबिक, गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर आरोपी मुर्तजा ने बड़ी क्रूरता के साथ हमला किया। वीडियो में दिख रहा है कि धारदार हथियार से उसने ताबड़तोड़ हमले किए। इस दौरान वह जेहादियों की तरह धार्मिक नारा लगा रहा था। सिपाहियों को घायल करने के बाद जब वह मंदिर में दाखिल हुआ, तब भी धार्मिक नारेबाजी कर रहा था।वहीं गोरखनाथ मंदिर हमला मामले की जांच के लिए यूपी एटीएस की टीम मुंबई पहुंच गई है। कल टीम ने नवी मुंबई का दौरा किया जहां आरोपी मुर्तजा पहले अपने परिवार के साथ रहता था। मुर्तजा पिछले 3 साल से अपने परिवार वालों से नहीं मिला था।
मोबाइल एप्लीकेशन बनाता था मुर्तजा
मुंबई से गोरखपुर आने के बाद मुर्तजा यहां मोबाइल एप्लीकेशन बनाता था। पिता ने बताया कि हम लोगों ने एक साइकिल दिला दी थी। वह कहता था, मेरा दिल करता है कि अपनी साइकिल को किसी कार से एक्सीडेंट करा दे, जिससे मेरी जान चली जाए।
परिवार के लोग डरे भी रहते थे। इसके बाद फिर उसे एक नौकरी मिली। पिता ने बताया कि एक बार वह मुंबई में भी प्लांट पर चढ़ गया, वहां से उतरने का नाम नहीं ले रहा था। सभी लोग परेशान हो गए। बोला कि, सिर्फ अल्लाह के कहने से ही मैं, नीचे उतरूंगा।
इसके बाद किसी तरह से लोगों ने समझाकर उतारा और फिर हम लोगों को इसकी सूचना दी। कंपनी के लोगों ने कहा कि इसे इलाज की जरूरत है। 2017 से लगातार मुर्तजा का इलाज चल रहा था। पिता के मुताबिक, मुर्तजा की हरकतों से डॉक्टर भी हैरान और परेशान थे।
डॉक्टरों ने उसे साई मेडिकल कॉलेज के एक डॉक्टर को रेफर किया था। जहां उसका काफी दिनों से इलाज चल रहा है। पिता कहते हैं कि हम लोग उसे कभी घर से निकलने नहीं देते थे, लेकिन इस बीच मौका पाकर वह भाग निकला।
आरोपी के पिता बोले- दिमागी रूप से ठीक नहीं मुर्तजा
आरोपी मुर्तजा के पिता मुनीर अहमद ने बताया कि मुर्तजा, शुरू से ही हमारे साथ मुंबई ही रहता था। उसने पढ़ाई- लिखाई भी मुंबई से ही की है। परिवार में माता-पिता के अलावा मुर्तजा की एक बड़ी बहन भी है, जिसकी शादी हो चुकी है। पिता का कहना है कि उनका बेटा दिमागी रूप से ठीक नहीं है। काफी दिनों से उसका इलाज चल रहा था।
इसी वजह से उसने नौकरी भी छोड़ दी। उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर अलग रहने लगी थी। पिता ने यह भी बताया कि दो अप्रैल को उनके घर पर दो लोग बाइक से पहुंचे थे। वे सादी वर्दी में थे। उस वक्त न तो वह घर पर थे, न ही बेटा मुर्तजा। घर पर बड़े भाई मिले। उन दोनों ने बड़े भाई को बताया कि वे मुर्तजा की तलाश कर रहे हैं।
उसके खिलाफ समन जारी हुआ है। कोई 35 लाख रुपये से जुड़ा मामला है। जब बड़े भाई ने कागजात मांगे तो मुर्तजा को बुलाने के लिए कहा। कुछ देर बाद दोनों शख्स लौट गए। गाड़ी नंबर और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता चला कि दोनों शख्स एटीएस के लोग थे।