लंबे समय दिल्लीवासियों को सभी मार्गों पर इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होने का इंतजार है। माना जा रहा है कि इसी सप्ताह नजफगढ़ से मोरी गेट के बीच ई-बस सेवा की शुरुआत की जाएगी। इनका परिचालन शुरू होने से यात्रियों को दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की पुरानी सीएनजी बसें सफर में खराब होने की चिंता नहीं सताएगी।
ई-बसों की संख्या में बढ़ोतरी से दिल्ली ईवी राजधानी बनने की तरफ ओर तेजी से बढ़ेगी। प्रदूषण कम होने के साथ ही यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त बसों में सफर का भी मौका मिल सकेगा। इसी महीने दिल्ली की सड़कों पर 60 से अधिक ई-बसें दूसरे मार्गों पर भी चलाई जाएंगी।
इलेक्ट्रिक बसों के परिचालन के लिए कुछ बस डिपो में चार्जिंग के लिए जरूरी सुविधाएं भी विकसित कर ली गई हैं। ई-बसों के परिचालन से प्रदूषण नहीं होगा और ध्वनि प्रदूषण में भी कमी आएगी। इसी सप्ताह सड़कों पर ई-ऑटो उतारे गए हैं। इसके बाद 60 से अधिक ई-बसों के होने से नए रूट पर भी यात्रियों को पुराने किराये में ही ई-बस में सफर का मौका मिलने लगेगा।
दिल्ली में पहली इलेक्ट्रिक बस ई-44 का आईपी डिपो से संचालन शुरू किया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने पहले चरण में 300 ई-बसें सड़कों पर उतारने का दावा किया है। इसके बाद अगले वर्ष तक परिवहन बेड़े में करीब 2000 ई-बसें शामिल करने का लक्ष्य है। 300 ई-बसें मुंडेला कलां, रोहिणी सेक्टर-37 और राजघाट डिपो से चलाई जाएंगी। इसके लिए सभी डिपो में भी चार्जिंग सुविधा तैयार की जा रही है।