मयूर विहार भाजपा जिला मंत्री जितेंद्र उर्फ जीतू चौधरी की हत्या पुरानी रंजिश और हाल के दिनों में हुए पार्किंग विवाद की वजह से की गई है। पुलिस ने पांच सौ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालकर हत्या में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी इलाके का रहने वाला है और सिक्योरिटी एजेंसी चलाता है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि व्यक्तिगत रंजिश की वजह से आरोपी ने साथियों के साथ मिलकर भाजपा नेता की हत्या की है। पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है, साथ ही हथियार बरामद करने का प्रयास कर रही है। गिरफ्तार दो आरोपियों पर पहले से हत्या के प्रयास के मामले चल रहे हैं।
जिला पुलिस उपायुक्त प्रियंका कश्यप ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मयूर विहार फेज तीन निवासी उज्जवल उर्फ गौरव (26), सौरव कटारिया (18), घड़ौली गांव निवासी राजा (22) और बिट्टू (29) के रूप में हुई है। राजा और बिट्टू हत्या के प्रयास के मामले में शामिल रहे हैं। 20 अप्रैल की रात हमलावरों ने मयूर विहार फेज तीन निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
जीतू चौधरी मयूर विहार भाजपा जिला मंत्री थे। उनका अपना कंस्ट्रक्शन का कारोबार था। जीतू को पांच गोली मारी गई थी। गाजीपुर थाना पुलिस ने सहायक पुलिस आयुक्त नीरव पटेल के नेतृत्व में जांच शुरू की। जिस तरह बेरहमी से हत्या की गई थी, पुलिस ने इसे आपसी रंजिश या फिर प्रॉपर्टी विवाद का मामला मान रही थी। जांच के दौरान जीतू के अपने गांव बागपत के बली में प्रॉपर्टी विवाद की बात भी सामने आई थी। लेकिन जिले की स्पेशल स्टाफ घटना के बाद से आस पास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को कब्जा कर उसकी छानबीन में जुटी थी। पुलिस ने करीब पांच सौ कैमरों की फुटेज को खंगाला
इसमें पुलिस को कामयाबी मिली। एक फुटेज में पुलिस को घटना के पहले वहां पर चार लोग संदिग्ध हालत में घूमते हुए नजर आए। पुलिस ने स्थानीय स्तर पर इनकी पहचान करने के बाद शनिवार दोपहर में चारों आरोपियों को दबोच लिया। पहले तो सभी आरोपी हत्या करने की बात से इंकार करते रहे, लेकिन घटना के समय मौके पर मौजूदगी का सबूत दिखाने पर सबने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
मुख्य आरोपी उज्जवल ने बताया कि 2014 में मृतक जीतू के भाई से उसके पिता का विवाद हो गया था, जिसमें जीतू ने उसके पिता की बेइज्जत किया था। इस बाबत न्यू अशोक नगर थाने में मामला दर्ज करवाई गई थी। यह बात उसे परेशान कर रही थी और वह उस बात का बदला लेना चाहता था। उज्जवल ने बताया कि हाल के दिन में पार्किंग को लेकर उसकी जीतू से गाली गलौज हो गई थी। इस दौरान जीतू ने उसे थप्पड़ मार दिया था। उसके बाद वह अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई और घटना को अंजाम दिया।