केंद्रीय रसायन एवं खाद मंत्री मनसुख मांडविया ने निर्माण भवन में मंत्रालय के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें हरित हाइड्रोजन का उपयोग कर खाद और डी-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) उत्पादन में ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने पर चर्चा हुई। मांडविया ने टिकाऊ कृषि और हरित भारत का लक्ष्य पाने के लिए अधिकारियों से जरूरी कदम उठाने को कहा।
मंत्रालय के मुताबिक, पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर दिए भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल हाइड्रोजन मिशन लांच कर भारत को हरित हाइड्रोजन उत्पादन का वैश्विक हब बनाने और निर्यात की घोषणा की थी।
इस मिशन को पूरा करने के लिए पेट्रोलियम रिफाइनिंग, खाद उत्पादन, जटिल तकनीकी वाली स्वदेशी निर्माण यूनिटों की मदद, शोध-विकास गतिविधियों, सक्षम नीति और नियामक ढांचा बनाने की जरूरत है। इन कदमों से ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए अतिरिक्त अक्षय ऊर्जा क्षमता का विकास किया जा सकेगा।