सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के आरोप में लखबीर सिंह की हत्या के मामले में आरोपी दो निहंगों ने शनिवार रात साढ़े नौ बजे कुंडली थाना में आत्मसमर्पण कर दिया।
कुंडली थाना प्रभारी रवि कुमार ने उनका आत्मसमर्पण कराया। दोनों आरोपियों को रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा। आत्मसमर्पण से पहले साथी निहंगों ने दोनों को सरोपा पहनाकर सम्मानित किया। वहीं, इससे पहले शनिवार को ही पंजाब से एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है।
कुंडली बॉर्डर पर आंदोलन स्थल के पास वीरवार रात को पंजाब के तरनतारन के गांव चीमा खुर्द के लखबीर सिंह की हत्या कर दी गई थी। हत्या की जिम्मेदारी निहंगों ने ली थी। लखबीर पर धार्मिक ग्रंथ से बेअदबी करने का आरोप था।
व्यक्ति की बेरहमी से हत्या करने और बेरिकेड पर लटकाने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी थी। अब तक पंजाब और हरियाणा पुलिस द्वारा चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मामले में एडीजीपी संदीप खिरवार, डीसी ललित सिवाच और एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा खुद पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। मामले में शुक्रवार शाम को निहंग सर्बजीत सिंह ने पुलिस टीम के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
उसे रिमांड पर लिया गया है। शनिवार को पंजाब पुलिस की ओर से आरोपी नारायण सिंह को अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु के पास अमरकोट गांव से गिरफ्तार किया गया।
शनिवार रात को मामले में दो और निहंगों ने कुंडली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रवि कुमार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। जिसमें निहंग भगवंत सिंह व गोविंद प्रीत शामिल है।
इससे पहले साथी निहंगों ने दोनों को सरोपा पहनाया और धार्मिक नारे लगाए। दोनों ने गुरु ग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेककर अरदास की। इस दौरान पुलिस बल वहीं खड़ा रहा। एचएचओ रवि कुमार की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।