संगीतकार कैलाश खेर कहते हैं कि जिंदगी के थपेड़ों ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया है। वक्त की छेनी-हथौड़ी से गढ़े जाने के दौरान उन्होंने जो सीखा, आज वही उनके संगीत में झलकता है।
कैलाश सात वर्षों से अपने जन्मदिन पर केक काटने या मोमबत्तियां बुझाने के बजाय नई प्रतिभाओं को हुनर दिखाने का मौका देते हैं। सात जुलाई को 50वां जन्मदिन मनाने वाले कैलाश 21 जुलाई को नई उड़ान कार्यक्रम आयोजित करने जा रहे हैं।
आगे उन्होंने कहा मेरे संघर्ष के दिनों में कोई गाइड करने वाला नहीं था, लेकिन अब नहीं चाहता कि तमाम हुनरमंद उन्हीं मुश्किलों को झेलें जो कभी मैंने सही हैं। वह देशभर में बेहतरीन संगीत की अलख जगाना चाहते हैं।