गोरखपुर में अब रोजाना अधिवक्ताओं के लिए चिह्नत गेट से प्रवेश के पहले उनका परिचय पत्र जांचा जाएगा। इसके अलावा न्यायालय की सुरक्षा के लिए 19 और पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। अब कुल 59 पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात होंगे।
लखनऊ न्यायालय परिसर में बुधवार को बदमाश की हत्या के बाद बृहस्पतिवार को प्रमुख सचिव गृह संजय कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग की। उन्होंने निर्देशित किया कि कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के सभी उपकरण लगाए जाएं, अगर खराब है तो उसे दुरुस्त कर लिया जाए।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से मंडल आयुक्त सभागार में एडीजी जोन अखिल कुमार, आईजी रेंज जे रविंदर, डीएम कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर भी गोरखपुर से जुड़े थे। प्रमुख सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिया कि न्यायालय परिसर में जाने वाले हर अधिवक्ता का न्यायालयों के प्रतिनिधियों से सामंजस्य बनाते हुए पहचान पत्र चेक किया जाए, जिससे न्यायालय परिसर में हर व्यक्ति सुरक्षित महसूस कर सकें।
उधर, बृहस्पतिवार को सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने टीम के साथ न्यायालय परिसर की सुरक्षा का जायजा लिया।। इस दौरान खराब मिले बैग स्कैनर व अन्य उपकरण को तत्काल ठीक कराने का फैसला लिया गया। पुलिस अफसरों ने अधिवक्ताओं से बातचीत कर जांच के बाद ही प्रवेश दिए जाने पर सहमति बना ली है।