भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को केपटाउन में हराकर इतिहास रच दिया। उसने इस जीत के साथ ही दो टेस्ट मैचों की सीरीज को 1-1 से ड्रॉ करा दिया। टीम इंडिया को केपटाउन में पहली बार टेस्ट जीत मिली है। वह ऐसा करने वाली पहली एशियाई टीम भी बन गई। इस जीत में दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने अहम योगदान दिया। उन्होंने पहली पारी में महत्वपूर्ण 46 रन बनाए थे। कोहली के रहते भारतीय टीम विदेशी मैदान पर 15वीं बार किसी टेस्ट मैच में जीती है।
विदेश में भारत की सबसे ज्यादा टेस्ट जीत का हिस्सा रहने के मामले में कोहली संयुक्त रूप से शीर्ष पर पहुंच गए हैं। उन्होंने अजिंक्य रहाणे की बराबरी कर ली। रहाणे के रहते भी टीम इंडिया विदेश में 15 बार जीती है। कोहली-रहाणे के बाद दूसरे स्थान पर संयुक्त रूप में चेतेश्वर पुजारा और ईशांत शर्मा हैं। दोनों के रहते टीम इंडिया विदेश में 14-14 मैच जीती है। वहीं, मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण के रहते ऐसा 13-13 बार हुआ था।
बुमराह-राहुल और जडेजा के रहते 11वीं जीत
जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल और रवींद्र जडेजा 11वीं बार विदेश में भारत की जीत में शामिल रहे। तीनों ने मोहम्मद शमी और ऋषभ पंत की बराबरी की। राहुल और बुमराह के लिए यह सीरीज यादगार रहा। राहुल ने दो टेस्ट की तीन पारियों में 113 रन बनाए। वह सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में तीसरे स्थान पर रहे। इसमें सेंचुरियन में लगाया गया यादगार शतक भी शामिल है। वहीं, बुमराह ने दो मैचों में सबसे ज्यादा 12 विकेट लिए। उन्हें डीन एल्गर के साथ संयुक्त रूप से प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया।
टेस्ट सीरीज में कोहली भारत के सबसे सफल बल्लेबाज रहे
कोहली की बात करें तो उन्होंने सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। विराट ने दो मैचों की चार पारियों में 172 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 43.00 का रहा। उनसे ज्यादा रन सिर्फ दक्षिण अफ्रीका के ओपनर डीन एल्गर ने बनाए। उन्होंने चार पारियों में 201 रन बनाए। एल्गर का औसत 67.00 रहा।
मैच में क्या हुआ?
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। उनका निर्णय गलत साबित हुआ। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम 55 रन पर ही सिमट गई थी। उसके बाद भारत 153 रन पर ऑलआउट हो गया था। दोनों टीमों की पहली पारी मैच के पहले दिन ही समाप्त हो गई थी। मुकाबले के दूसरे दिन मेजबानों ने दूसरी पारी में 173 रन बनाए। इस तरह भारत को 79 रन का लक्ष्य मिला। उसने तीन विकेट के नुकसान पर इसे हासिल कर लिया।