गोरखपुर जिले में इंडियन बैंक की भटहट शाखा में 63 बैंक खातों से 10 लाख 61 हजार 500 रुपये की जालसाजी का मामला सामने आया है। आरोप है कि तीन कर्मचारियों ने एक अन्य के साथ मिलकर अंगूठा निशानी का कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी की है।
विभागीय जांच में पुष्टि के बाद इंडियन बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक सतीश कुमार सोनकर ने कर्मचारियों को निलंबित कर थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने कर्मचारी मयंक श्रीवास्तव, दिव्यांश पांडेय, विक्रांत सिंह व एक अज्ञात पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी, सरकारी पद के दुरुपयोग की धाराओं में केस दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक, क्षेत्रीय प्रबंधक ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि भटहट शाखा के प्रबंधक राजन वर्मा को रूटीन जांच करने के दौरान कुछ विड्राल (निकासी फार्म) पर अंगूठे के निशान संदिग्ध दिखने पर क्लर्क पर शक हुआ। इसके बाद शाखा प्रबंधक द्वारा पूछताछ करने पर क्लर्क मयंक श्रीवास्तव ने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया।
शाखा प्रबंधक ने मामले की जानकारी क्षेत्रीय कार्यालय को दी। क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से इस संबंध में 18 अगस्त को विभागीय जांच के लिए एक टीम शाखा में भेजी। टीम ने कुछ खातों की जांच की तो पता चला कि मयंक श्रीवास्तव ने जंगल डुमरी शाखा के क्लर्क विक्रांत सिंह, दिव्यांश पांडेय के साथ मिलकर खातों से कूटरचित तरीके से विड्राल फार्म भरकर अनाधिकृत रूप से धन की निकासी की है।
बैंक की ओर से की गई प्रारंभिक जांच में भटहट शाखा के 63 खातों से 10 लाख 61 हजार 500 रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। प्रारंभिक जांच में इस धोखाधड़ी में बैंक के अलावा बाहरी तत्वों की भी संलिप्तता पाई गई है। पुलिस इन पहलुओं पर भी जांच कर रही है।
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने कहा कि इंडियन बैंक की भटहट शाखा में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। जांच व साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी