बिहार की राजनीति में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं है। क्योंकि सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं के सुर बदले-बदले से दिख रहे हैं। ऐसा इसलिए कि सत्तापक्ष के नेताओं ने ही सरकार पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। पहले पशुपालन मंत्री और वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी के कुछ बयानों ने सियासत में गरमाहट ला दी। उसके बाद एमएलसी टुन्ना पांडेय ने मोहम्मद शहाबुदीन की मौत को साजिश करार देकर भूचाल ला दिया । एमएलसी के बयान पर रालोसपा प्रमुख व जेडीयू एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा से शिकायत की है।
भाजाप एमएलसी के बयान से नाराज जेडीयू एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से शिकायत की है। बुधवार को ट्वीट कर कहा, ” यह बयान आप तक भी पहुंच ही रहा होगा संजय जायसवाल जी।
भाजपा ने जारी किया नोटिस
भाजपा एमएलसी टुन्ना पांडे के बयान को लेकर बिहार भाजपा अनुशासन समिति ने नोटिस जारी किया है। एमएसली पांडे को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा से पहले जदयू इसको लेकर शिकायत दर्ज करा चुकी है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पिछले दिनों एमएलसी टुन्ना पांडे ने कहा था, ” अभी सिक्किम से एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति का शव बिहार लाया गया, लेकिन 4 बार सांसद और 2 बार विधायक रहे शहाबुदीन के साथ नीतीश कुमार ने गलत किया और इसका उन्हें पाप लगेगा। ” बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडे ने कहा था कि मोहम्मद शहाबुद्दीन को सच बोलने की सजा मिली है। उन्होंने कहा था नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं। यही सच बोलने की उन्हें सजा मिली। टुन्ना पांडे ने कहा कि मैंने जो कहा सच ही कहा, इस बार के भी हुए विधानसभा चुनाव में भी जनता ने तेजस्वी यादव को अपना मत देकर चुना था, लेकिन सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करके नीतीश जी आज सत्ता में राज कर रहे हैं।