घायल पिता पुत्री को ग्रामीणों की मदद से तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निचलौल में भर्ती कराया गया। जहां पर दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है। ग्रामीणों की सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की।
जानकारी के मुताबिक, एक तेंदुआ शिकार की तलाश में जंगल से भटककर किशुनपुर गांव निवासी सुबास मद्देशिया (45) के घर में घुस गया। उसके कुछ देर बाद तेंदुआ घर के पीछे केले के पास चारपाई पर सोई बेटी अंबिका (18) के पास पहुंच गया।
चारपाई पर सोई अंबिका पास में अचानक तेदुएं को देख बचाने के लिए शोर मचाने लगी। तभी तेदुएं ने अंबिका पर हमला बोल दिया। वहीं बेटी अंबिका की बचाने की आवाज सुन बचाव में मौके पर पहुंचे पिता सुबास पर भी तेंदुए ने हमला बोलकर घायल कर दिया। उसके बाद तेंदुआ पास स्थित टावर के चारदीवारी के अंदर घुस छिप गया।
मधवलिया रेंजर विजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीणों की सूचना पाकर वनकर्मियों की टीम रेस्क्यू करने का समान लेकर मौके पर पहुंच चुकी है। तेंदुआ लोगों की भीड़ देख बदहवास है। इसलिए लोगों को मौके से हटाने के साथ तेदुएं को सुरक्षित पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।