भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर बुधवार को फिजी दौरे पर पहुंच गए। डॉ. जयशंकर फिजी में आयोजित हो रहे हिंदी सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे। उससे पहले विदेश मंत्री ने फिजी के उप-प्रधानमंत्री बिमान प्रसाद से मुलाकात की। दोनों की मुलाकात की तस्वीर ट्वीट करते हुए डॉ. जयशंकर ने लिखा कि दोनों देशों के बीच के संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
बता दें कि भारतीय विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर तीन दिन की यात्रा पर फिजी गए हैं, जहां बुधवार को वह 12वें हिंदी सम्मेलन में शामिल होंगे। यह सम्मेलन भारत सरकार और फिजी सरकार द्वारा मिलकर आयोजित किया जा रहा है। हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन डॉ. जयशंकर और फिजी के प्रधानमंत्री मिलकर करेंगे। यह सम्मेलन 15 से 17 फरवरी तक फिजी के नादी में होगा। डॉ. जयशंकर की यह पहली फिजी यात्रा है।
इससे पहले फिजी के उप प्रधानमंत्री बिमान प्रसाद हाल ही में भारत दौरे पर आए थे। अपने पांच दिवसीय दौरे पर बिमान प्रसाद ने भारत के पहले एनर्जी वीक 2023 में शिरकत की थी। इस वीक में कार्बनाइजेशन को कम करने और अक्षय ऊर्जा आधारित अर्थव्यवस्था बनाने को लेकर चर्चा हुई। फिजी भी अपनी ऊर्जा जरूरतों को अक्षय ऊर्जा पर निर्भर करने की योजना बना रहा है और भारत, इसमें फिजी का सहयोग कर सकता है।
फिजी से ही डॉ. जयशंकर ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाएंगे। जहां वह रायसीना सिडनी कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे। यह कॉन्फ्रेंस पहली बार ऑस्ट्रेलिया में हो रही है। विदेश मंत्री का यह तीसरा ऑस्ट्रेलिया दौरा है।
हिंद महासागर, समुद्री व्यापार के लिहाज से इतिहास में महत्वपूर्ण रहा है। इस क्षेत्र में भारत का दबदबा है लेकिन हाल के दिनों में चीन से भारत को चुनौती मिल रही है और चीन की नौसेना लगातार हिंद महासागर में अपनी मौजूदगी बढ़ाती जा रही है। फिजी और ऑस्ट्रेलिया अपनी भौगोलिक स्थिति के चलते हिंद महासागर क्षेत्र में अहम देश हैं। ये भी एक वजह है कि भारत सरकार लगातार इन देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने में जुटी हुई है।