भाजपा विधानसभा चुनाव के अंतिम दो चरणों में पूर्वांचल में मुफ्त राशन और अपराध मुक्त पूर्वांचल के मुद्दे को धार दे रही है। पार्टी दोनों चरणों की 111 सीटों पर फतह के लिए स्थानीय मुद्दों के साथ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मुद्दे को भी आगे बढ़ा रही है।
भाजपा ने पश्चिम में मुजफ्फरनगर दंगा और कैराना के पलायन को आधार बनाते हुए कानून व्यवस्था में सुधार को मुद्दा बनाया था। अब पूर्वांचल में छठे चरण की 57 और सातवें चरण की 54 सीटों पर भी कानून व्यवस्था के मुद्दे को धार दी जा रही है। माफिया मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद पर की गई कार्रवाई के जरिए पार्टी के नेता जनता को बताने की कोशिश कर रहे हैं कि योगी सरकार के कारण ही इस बार मुख्तार और अतीक चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
मुख्तार के गढ़ को भेदने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी है। पार्टी मऊ की जनता के बीच यह बताने का प्रयास कर रही है कि मऊ देश का एक मात्र ऐसा जिला है जिसके विधायक मुख्तार अंसारी और सांसद अतुल राय दोनों जेल में बंद है। इन्हीं दोनों की वजह से मऊ का विकास भी बाधित रहा है।
समान नागरिक संहिता भी बना मुद्दा
भाजपा ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद अब समान नागरिक संहिता लागू करने को भी मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। पार्टी ने गोरखपुर क्षेत्र में विकास, दिमागी बुखार की बीमारी पर नियंत्रण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण के साथ यह बताना शुरू कर दिया है कि यूपी में भाजपा की सरकार बनने से ही समान नागरिक संहिता को भी लागू करने की राह आसान होगी।
वंचितों के आवास पर भी फोकस
केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से दिए जा रहे डबल राशन को भी भाजपा ने मुद्दा बनाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कह चुके हैं कि राशन वितरण आगे भी जारी रहेगा। भाजपा के सभी नेता भी सभाओं में इसे प्रमुखता से उठा रहे है। पार्टी ने 2024 तक सभी वंचित परिवारों को आवास उपलब्ध कराने को भी मुद्दा बनाया है।