उज्जैन, 5 मई 2025, सोमवार। उज्जैन का पवित्र महाकाल मंदिर, जहां हर दिन हजारों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन को उमड़ते हैं, सोमवार दोपहर एकाएक हादसे का गवाह बना। मंदिर के महालोक गेट नंबर 1 पर स्थित फैसिलिटी सेंटर की छत पर बने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कंट्रोल रूम में अचानक आग भड़क उठी। दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुई इस आग ने कुछ ही पलों में विकराल रूप ले लिया। काले धुएं का गुबार और लपटों ने मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं के बीच अफरा-तफरी मचा दी।
तेजी से हरकत में आया प्रशासन
हादसे की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। दमकल की कई गाड़ियों ने मिलकर आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। कुछ ही देर में आग पर नियंत्रण पा लिया गया। जिला कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई।
शॉर्ट सर्किट हो सकता है कारण
प्रारंभिक जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है, लेकिन पुलिस और प्रशासन इसकी गहन जांच में जुटे हैं। मंदिर प्रबंधन समिति के पीआरओ ने बताया कि आग फैसिलिटी सेंटर की छत पर लगे एयर कंट्रोलिंग सिस्टम के चैंबर में लगी थी, जिसे तुरंत काबू कर लिया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मंदिर की दर्शन व्यवस्था पूरी तरह सुचारू है और श्रद्धालुओं को घबराने की जरूरत नहीं।
महाकाल की कृपा, सब सुरक्षित
सोमवार होने के कारण मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। ऐसे में यह हादसा दिल दहलाने वाला था, लेकिन बाबा महाकाल की कृपा से कोई हताहत नहीं हुआ। मंदिर प्रशासन ने तुरंत सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया। इलेक्ट्रिक वायरिंग की जांच शुरू कर दी गई है और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जा रहे हैं।
श्रद्धालुओं से अपील
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे शांत रहें और प्रशासन का सहयोग करें। इस घटना ने भले ही कुछ पल के लिए दहशत फैलाई, लेकिन बाबा महाकाल के आशीर्वाद और प्रशासन की तत्परता ने सब कुछ सामान्य कर दिया। उज्जैन का यह पवित्र धाम एक बार फिर श्रद्धालुओं के विश्वास और भक्ति का केंद्र बना हुआ है।