उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) सोमवार सुबह से देशभर में छह घंटे का ‘रेल रोको’ आंदोलन कर रहे हैं।
हरियाणा और पंजाब में किसान सुबह से रेल पटरियों पर बैठ गए। किसान संगठनों ने आश्वासन दिया है कि उनका ‘रेल रोको’ आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा। किसानों के इस आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने सभी जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी है।
किसानों के आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने भी कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है और कुछ ट्रेनों के रूट बदले गए हैं, जबकि कुछ को शॉर्ट टर्मिनेट कर दिया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार, सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक देश के अलग-अलग हिस्से में रेलवे ट्रैक पर बैठकर किसान अपना विरोध जताएंगे। किसान नेताओं की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि आंदोलन में रेलवे संपत्ति को कोई नुकसान नहीं होगा।
किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन पर भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आज सभी जगहों पर रेल रोकेंगे। सरकार किसानों की सुन नहीं रही है। यह आंदोलन अलग-अलग जिलों में अलग-अलग जगह होगा। पूरे देश में वहां के लोगों को पता रहता है कि हमें कहां ट्रेन रोकनी है। भारत सरकार ने अभी हमसे कोई बात नहीं की है। किसान आगे की रणनीति भी बनाएंगे।
रेल रोको’ आंदोलन पर उत्तर रेलवे के सीपीआरओ ने बयान जारी कर कहा है कि अब तक, उत्तर रेलवे जोन में 30 स्थान प्रभावित हैं और 8 ट्रेनें विनियमित हैं।