एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है, जिसका उद्घाटन उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया है। श्रीनगर की प्रसिद्ध डल झील के किनारे बने इस ट्यूलिप गार्डन में 15 लाख से ज्यादा फूल हैं।
वसंत का मौसम कश्मीर में जल्दी शुरू हो रहा है। इस वर्ष ट्यूलिप की चार नई किस्मों के अलावा 15 लाख से अधिक खिले ट्यूलिप का प्रदर्शन किया जाएगा। इस साल सर्दी के मौसम में एक लाख से ज्यादा पर्यटक कश्मीर घाटी में बर्फ का नजारा देखने आए थे। आने वाले दिनों में इनकी संख्या में कई गुना बढ़ोतरी की संभावना है।
पिछले साल यहां रिकॉर्ड 3.60 लाख के करीब पर्यटक आए थे। श्रीनगर की प्रसिद्ध डल झील के किनारे जबरवन की पहाड़ियों की तलछटी में स्थित ट्यूलिप गार्डन लगभग 30 हेक्टेयर भूमि में फैला हुआ है।
ट्यूलिप गार्डन को 2007 में खोला गया था। पिछले साल ओपन एयर कैफेटेरिया स्थापित किया गया है।
सुबह नौ से शाम सात बजे तक ट्यूलिप को निहार पाएंगे पर्यटकश्रीनगर नगर निगम और फ्लोरीकल्चर विभाग ने उम्मीद जताई है कि इस साल भी लाखों की संख्या में पर्यटक इन्हें देखने पहुंचेंगे और पिछले रिकॉर्ड टूटेंगे। ट्यूलिप गार्डन पर्यटकों के लिए हर दिन सुबह नौ बजे से शाम सात बजे खुला रहेगा।
यह मार्च के मध्य से अप्रैल के अंत तक जनता के लिए खुला रहता है। हालांकि, मौसम और पर्यटकों की भीड़ के कारण खुलने और बंद होने के समय में बदलाव किया जाता है।
ट्यूलिप के अलावा ये किस्में भी कर रहीं आकर्षित
एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन में ट्यूलिप की 68 किस्मों के अलावा डैफोडिल, जलकुंभी, मस्करी के आकर्षक फूल आकर्षण का केंद्र रहेंगे। लेकिन इस बार उद्यान को और ज्यादा आकर्षित करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन के उप निदेशक इखलास शायिक ने बताया कि हॉलैंड से चार नई ट्यूलिप किस्मों का आयात किया है, जिससे बगीचे में चार चांद लग गए हैं।