उन्होंने बताया कि आरोपी प्लंबर का काम भी जानता है। एक साल पहले छात्रा के घर में प्लंबर का काम किया था। इसके बाद क्षेत्र में अखबार बांटने का काम करने लगा। इसी बहाने छात्रा के घर में आना-जाना रहता था। आरोपी पांच अप्रैल को दोपहर एक बजे के आसपास अखबार का बिल लेने के बहाने छात्रा के घर में दाखिल हुआ। उसने छात्रा को घर में अकेली पाकर गलत हरकतें करनी शुरू कर दीं। जब छात्रा ने आपत्ति जताई तो तैश में आए आरोपी ने घर के टेबल पर पड़े पेपर कटर को उठाकर किशोरी पर एक के बाद एक कई वार किए। हमले में छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई और जमीन पर गिर गई। आरोपी मौके से भाग निकला।
ऐसे घूमी शक की सूई
एसपी ने बताया कि छात्रा के घर में केवल दो एंट्री प्वाइंट थे। मौके पर पुलिस को ऐसा बिल्कुल नहीं लगा कि कोई घर में जबरदस्ती घुसा है। ऐसे में तय था कि वारदात को अंजाम देने वाला कोई जान-पहचान वाला है। इसके बाद घर में रोज आने वाले लोगों की सूची तैयार की गई। इसमें एक दूधवाला, कबाड़िया और अखबार वाला शामिल थे। दूधवाले और कबाड़ी से पूछताछ के बाद एक अखबार वाला ही बचा। अखबार वाले को स्थानीय लोगों ने वारदात के दिन इलाके में घूमते देखा था। वीरवार को आसिफ मोहम्मद से पूछताछ के लिए पुलिस पहुंची तो उसके चेहरे का रंग उड़ गया। इससे उस पर शक गहरा गया। पूछताछ में उसने यह कबूल किया कि यह वारदात उसने ही की है।
इलाके में सीसीटीवी लगे, लेकिन रिकॉर्डिंग नहीं
एसपी ने बताया कि जिस इलाके में छात्रा की हत्या हुई है, वहां कुछ घरों में सीसीटीवी कैमरे लगे थे, लेकिन उसमें रिकॉर्डिंग सेव रखने के लिए लोगों ने व्यवस्था नहीं की थी। ऐसे में सीसीटीवी की फुटेज पुलिस के हाथ नहीं लग पाई। मौके पर धर्मशाला से आई एफएसएल टीम ने भी साक्ष्य जुटाए और डॉग स्क्वायड की मदद भी ली गई।
अंब थाने में स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटा
अंब के प्रताप नगर में हुई छात्रा की हत्या मामले में स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया है। अंब थाना के बाहर करीब 500 लोग एकत्रित होकर आरोपी को बाहर निकालने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है की पुलिस आरोपी को उनके हवाले कर दे। वहीं कुछ लोग आरोपी को फांसी की मांग कर रहे हैं। इस समय मौके पर एसपी ऊना समेत तमाम पुलिस अधिकारी हैं जोकि लोगों को शांत करवाने में जुटे हैं।