झारखंड के रांची जिले की मंदार विधानसभा सीट पर गुरुवार को हुए उपचुनाव में करीब साढ़े तीन लाख मतदाताओं में से 61.25 फीसदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसकी जानकारी एक चुनाव अधिकारी ने दी।
चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ
जिला चुनाव अधिकारी-सह-उपायुक्त (डीसी) छवि रंजन ने कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और निर्वाचन क्षेत्र के किसी भी हिस्से से हिंसा या कानून-व्यवस्था की स्थिति सामने नहीं आई। साथ ही कहा कि मॉक पोल और मतदान के दौरान कुछ ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें आने के बाद चार बैलेट यूनिट, छह कंट्रोल यूनिट और आठ वीवीपीएटीएस को बदल दिया गया। वोटों की गिनती 26 जून को होगी।
कुल 14 प्रत्याशी मैदान में थे
भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के मद्देनजर एक विदायक बंधु तिर्की को अयोग्य करार दिया गया जिसके बाद उनकी सीट पर चुनाव की आवश्यकता थी। कांग्रेस ने उनकी बेटी शिल्पा नेहा तिर्की को झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा जबकि भाजपा ने पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर को इस सीट पर उम्मीदवार बनाया । कुल 14 प्रत्याशी उम्मीदवार मैदान में थे।
असदुद्दीन ओवैसी भी आए थे प्रचार करने
असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार देव कुमार धन भी मैदान में हैं। देव कुमार के लिए खुद ओवैशी प्रचार के लिए आए थे।
2019 में भाजपा ने अपनी मौजूदा विधायक गंगोत्री कुजूर को टिकट देन से इनकार कर दिया था। उनकी जगह मांडर विधानसभा सीट पर देव कुमार धान को मैदान में उतारा था। लेकिन देव कुमार धान जेवीएम-पी के बंधु तिर्की से हार गए, जो बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।