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Sunday, May 19, 2024

DMK नेता ने कहा- इस बात की क्या गारंटी है कि नीतीश कुमार…

बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए के खेमे में शामिल हो गए हैं। जब इसे लेकर INDIA गठबंधन की सहयोगी पार्टी डीएमके के नेता आरएस भारती से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘इस बात की क्या गारंटी है कि नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव तक एनडीए गठबंधन का हिस्सा बने ही रहेंगे? अभी इंतजार करिए।’ डीएमके सांसद टीआर बालू ने भी नीतीश कुमार की आलोचना की है।

टीआर बालू ने नीतीश पर बोला हमला
नीतीश का एनडीए खेमे में जाना विपक्षी गठबंधन के लिए बड़ा झटका है, लेकिन विपक्षी गठबंधन के नेता इस बात से इनकार कर रहे हैं। डीएमके सांसद टीआर बालू ने कहा कि ‘नीतीश कुमार का जाना विपक्षी गठबंधन के लिए कोई झटका नहीं है। नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी गठबंधन में कोई काम नहीं हुआ तो उन्होंने कौन सा प्लान दिया था? उन्होंने खुद कोई योजना नहीं दी। वह बस कहते थे कि हम सभी को हिंदी में बात करनी चाहिए, लेकिन हमने इसे बर्दाश्त किया। सभी पार्टियां ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती हैं, लेकिन यह गठबंधन है और हमें सीटों का बंटवारा करना पड़ता है। मेरी इच्छा है कि डीएमके तमिलनाडु में 20 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़े।’ कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे पर टीआर बालू ने कहा ‘दोनों पार्टियों के बीच पहले चरण की बातचीत हो चुकी है और दूसरे चरण की बात 9 फरवरी के बाद होगी।’

कांग्रेस नेता ने जताई निराशा
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने नीतीश कुमार के एनडीए के साथ जाने पर निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा कि ‘नीतीश कुमार का INDIA गठबंधन छोड़ना हम सभी के लिए निराशाजनक है। वह इस गठबंधन के कप्तान थे। हमें इस पर सोचने की जरूरत है कि ऐसे हालात क्यों बने। जो नेता गठबंधन को लेकर समन्वय कर रहे थे, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वह राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को स्थिति से अवगत कराने में नाकाम रहे।’

नीतीश कुमार ने नाटकीय घटनाक्रम के तहत महागठबंधन और INDIA गठबंधन से नाता तोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना ली है। रविवार शाम पांच बजे नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली। वहीं बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। 

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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