27.1 C
Delhi
Friday, April 26, 2024

दुनियाभर में आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद निर्यात के मोर्चे पर भारत का सेवा क्षेत्र काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।

दुनियाभर में आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद निर्यात के मोर्चे पर भारत का सेवा क्षेत्र काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में देश से सेवाओं का निर्यात करीब 20 फीसदी बढ़कर 300 अरब डॉलर के लक्ष्य के पार पहुंच जाएगा।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि वस्तु निर्यात क्षेत्र भी स्वस्थ वृद्धि दर्ज कर रहा है। वैश्विक मंदी की आशंका, महंगाई के दबाव और जिंसों की ऊंची कीमतों के बावजूद वस्तुओं का निर्यात अब तक अच्छा रहा है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 2022-23 के पहले नौ महीने यानी अप्रैल-दिसंबर अवधि में 235.81 अरब डॉलर के सेवाओं का निर्यात किया गया। 2021-22 की समान अवधि में यह आंकड़ा 184.65 अरब डॉलर रहा था। हालांकि, दिसंबर, 2022 में देश का निर्यात 12.2 फीसदी घटकर 34.48 अरब डॉलर रह गया। इस दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 23.76 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।

पीएलआई इसलिए लोकप्रिय : हमारा प्रयास भारत के विनिर्माण आधार को और अधिक विकसित करना है। यही वजह है कि उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना इतनी सफल और लोकप्रिय है। -पीयूष गोयल, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रीदिखने लगे हैं सुधारों के नतीजेगोयल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल हालात और दुनिया के हर हिस्से से दबाव की खबरों के बीच कुल मिलाकर यह बहुत ही संतोषजनक साल होगा। सरकार के संरचनात्मक सुधारों, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे कदमों के नतीजे दिखने लगे हैं।

अचानक कोई फैसला नहीं लेता भारतक्या सरकार गैर-जरूरी सामानों के आयात में कटौती के लिए कुछ उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ा सकती है, इसके जबाव में वाणिज्य मंत्री ने कहा, भारत अचानक कोई निर्णय नहीं लेता है। वह लंबे समय में स्थिर और अनुमानित नीतियों में विश्वास करता है।अप्रैल-दिसंबर में निर्यात 9% बढ़ा : 2022-23 के पहले नौ महीने में कुल निर्यात 9% बढ़ा है। इस दौरान 332.76 अरब डॉलर का निर्यात हुआ। आयात 24.96% वृद्धि के साथ 551.7 अरब डॉलर पहुंच गया। वहीं, व्यापार घाटा बढ़कर 218.94 अरब डॉलर पहुंच गया, जो 2021-22 की समान अवधि में 136.45 अरब डॉलर था।

anita
anita
Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles