दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “दिल्ली की प्रतिष्ठित जामिया मिलिया इस्लामिया सेंट्रल यूनिवर्सिटी 60 सालों तक बाकी यूनिवर्सिटी तक एक सामान्य शैक्षिक संस्थान की तरह चल रही थी, इसमें भी दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को आरक्षण मिलता था लेकिन 2014 का चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस सरकार ने 2011 में अचानक जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक यूनिवर्सिटी घोषित कर दिया, इससे जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में 50% आरक्षण मुसलमानों के लिए लागू हो गया.