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Sunday, May 19, 2024

रक्षा मंत्रालय ने पूर्व भारतीय कप्तान MS Dhoni को दी बड़ी जिम्मेदारी

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान को सेना से लगाव जगजाहिर है। सेना ने उनको लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद उपाधि) बनाया है और इसके लिए वह अपनी सेवा भी दे चुके हैं। आगे भी वह देश में योगदान करने की इच्छा रखते हैं।

सेना को दिल में बसाने वाले पूर्व कप्तान को अब युवाओं में देश की रक्षा और अनुसाशन बनाए रखने के जज्बे को पैदा करने की खास जिम्मेदारी दी जाने की पहल की गई है।

जानकारी के मुताबिक युवाओं में सुरक्षा, रक्षा और अनुसाशन का पाठ पठाने वाले राष्ट्रीय कैडेट कोर यानी एनसीसी को आने वाले वक्त में और भी प्रसांगिक बनाए जाने का फैसला लिया गया है। इसके लिए रक्षा मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति बनाई है।

इसका उद्देश्य एनसीसी की व्यापक समीक्षा किया जाना है। जो समिति बनाई गई है इसमें पूर्व कप्तान धौनी को भी शामिल किया गया है। एएआई की रिपोर्ट के मुताबिक तीन सदस्यों की इस समिति में पूर्व कप्तान के अलावा एमपी विनय सहस्त्रबुद्धे और महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा को शामिल किया गया है।

एनसीसी में मिलते हैं तीन सर्टिफिकेट
एनसीसी कैडेट्स को ए, बी और सी सर्टिफिकेट मिलते हैं। ए सर्टिफिकेट के लिए कक्षा आठ से दस तक के विद्यार्थियों को लिया जाता है। बी सर्टिफिकेट के लिए इंटरमीडिएट के छात्र होते हैं, जबकि सी सर्टिफिकेट महाविद्यालय स्तर पर दिया जाता है।

एनसीसी कोर्स करने पर मिलता है यह लाभ
एनसीसी के प्रमाणपत्र धारकों खासकर बी और सी सर्टिफिकेट वालों को अगली कक्षाओं में दाखिले में महत्व मिलता है। जैसे बी सर्टिफिकेट वाले 12वीं पास विद्यार्थियों को स्नातक में दो प्रतिशत तथा स्नातक में सर्टिफिकेट प्राप्त विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर में तीन प्रतिशत का महत्व मिलता है। इसके अलावा इनको कई सरकारी विभागों की नौकरियों में भी महत्व दिया जाता है। सी सर्टिफिकेट वालों को सेना और पुलिस सिपाही भर्ती में लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ती है, साथ ही आईएमए (इंडियन मिलिट्री एकेडमी) में उनके लिए सीटें आरक्षित होती हैं।

अनुशासन भी सिखाती है एनसीसी
एकता और अनुशासन एनसीसी का सबसे बड़ा अंग है। कैैडेट्स को संगठित होकर काम करने और अनुशासित होकर काम करना एनसीसी में सिखाया जाता है। इसके अलावा देशभक्ति की भावना, व्यक्तित्व विकास आदि चीजें भी बच्चे एनसीसी में सीखते हैं।

 

anita
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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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