कैंट थाना क्षेत्र की बालिका (11) के साथ बर्बरता की गई थी। पुलिस की जांच से पता चला कि सामूहिक व अप्राकृतिक दुष्कर्म के बाद गला मरोड़ कर उसकी हत्या की गई, फिर शव को खंडहर में फेंक दिया गया। पुलिस ने इस मामले में चचेरे भाई सहित तीन आरोपियों को पकड़ा है। इनमें से एक की उम्र सत्रह वर्ष बताई जा रही है। दो आरोपियों को कोर्ट में पेश करके न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। किशोर को रामनगर स्थित बाल सुधार गृह भेजा गया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पहलू का पुरा फुलवरिया के सनोज उर्फ राहुल सिंह और शुभम सिंह उर्फ पप्पू के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, कैंट थाना क्षेत्र की कक्षा छह में पढ़ने वाली बालिका बीते एक फरवरी को अपने घर से निकली थी। इसके बाद वह घर नहीं लौटी। दो फरवरी को बालिका का शव उसके घर के पास खंडहर में मिला था। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो हैरान करने वाले तथ्य सामने आए। पता चला कि पड़ोसी युवक, बालिका के चचेरे भाई व उसके दोस्त ने उसके साथ हैवानियत की थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सामूहिक दुष्कर्म और अप्राकृतिक दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। उसका मुंह दबाए जाने, फिर गला मरोड़ कर मौत के घाट उतारने के तथ्य भी सामने आए हैं।
आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि उन्होंने मासूम के साथ चार घंटे तक हैवानियत की थी। उसके साथ पहली बार दुष्कर्म हुआ तो वह बेदम हो गई थी, लेकिन आरोपियों को तरस नहीं आया। सब मिलकर हैवानियत करते रहे। दूसरी तरफ, इलाके के लोगों ने जब तीनों आरोपियों के पकड़े जाने के साथ ही उनकी करतूत के बारे में जाना तो सन्न रह गए। आरोपियों के मां-बाप ने अपने घर का दरवाजा बंद कर रखा है। मुहल्ले के लोगों का कहना था कि हैवानियत करने वाले आरोपियों को मौत की सजा मिलनी चाहिए।