कांग्रेस के झूठे दावों की खुली पोल,’लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के नारे के विपरीत महिलाओं को दस फीसदी टिकट भी नहीं दे पाई कांग्रेस
*महिला राजनेताओं ने माना बीजेपी के राज में महिलाएं बेटियां सुरक्षित*
*लखनऊ, 28 जनवरी।*
उत्तर प्रदेश के चुनावी रण में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के नारे साथ उतरी कांग्रेस के खोखले दावों की पोल पार्टी की ओर से जारी लिस्ट में खुली। कांग्रेस की ओर से पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड और गोवा में जारी उम्मीदवारों की सूची में दस फीसदी से भी कम टिकट महिला उम्मीदवारों को दिए गए हैं। महिलाओं को टिकट देने के मामले में कांग्रेस का पिछला रिकॉर्ड सबसे खराब रहा है। आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में जहां 40 फ़ीसदी महिलाओं को टिकट दिए हैं तो वहीं पंजाब में 9.2 फीसदी, मणिपुर में 7.5 फीसदी, उत्तराखंड में 6.3 फीसदी और गोवा में 5.6 फीसदी ही महिलाओं को टिकट दिए हैं।
महिलाओं को टिकट देने में बीजेपी अन्य दलों से आगे है। अगर साल 2017 विधानसभा चुनाव की बात करें तो महिलाओं को टिकट देने के मामले में कांग्रेस फिसड्डी रही है। इस मामले में सभी दलों से आगे बीजेपी रही थी। पिछली बार हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुल 46 महिलाओं को टिकट दिया था जो कि 12 प्रतिशत है। महिलाओं को टिकट देने के मामले में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस तीसरे नंबर पर थी जिसने कुल 12 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था।
*महिला राजनेताओं ने माना बीजेपी के राज में महिलाएं बेटियां सुरक्षित*
बीजेपी की विचारधारा से प्रभावित होकर राजनीति के रण में अपनी किस्मत आजमाने वाली महिलाओं की पहली पसंद बीजेपी बन गई है। अपर्णा, प्रियंका मौर्य और अदिति सिंह के पहले हाल फिलहाल में बीजेपी से बगावत कर सपा ज्वाइन करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य भी बीजेपी का ही दामन थामे रहना चाहती हैं।संघमित्रा मौर्य, अपर्णा, प्रियंका मौर्य और अदिति सिंह का मानना है कि बीजेपी के राज में महिलाएं व बेटियां सुरक्षित हैं।