कर्नाटक सरकार ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के लिए शुक्रवार को एक मेगा कार्यक्रम आयोजित किया। दावा किया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत और विदेशों से लाखों लोग पहुंचे। दरअसल, राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस को मनाने के लिए यह समारोह आयोजित किया था।
यह लोग हुए शामिल
बंगलूरू के विधान सौधा में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने संविधान की प्रस्तावना पढ़कर समारोह का नेतृत्व किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार सहित कई अन्य अतिथि मौजूद रहे। इसके अलावा बड़ी संख्या में बच्चे और अन्य लोग यहां पहुंचे और संविधान के बारे में जाना।
चार वादे पूरे
इस मौके पर सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस ने अपने सभी पांच वादों में से चार को पूरा कर दिया है। हम हमेशा अपनी बात पर कायम रहते हैं। उन्होंने कहा कि संविधा की रक्षा करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है।
करोड़ों ने कराया पंजीकरण
वहीं, कर्नाटक के समाज कल्याण मंत्री एचसी महादेवप्पा ने बुधवार को कहा था कि संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के लिए के लिए लोग कितने उत्सुक हैं यह इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश-विदेश से करीब 2.28 करोड़ लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा था कि हमें उम्मीद थी कि पांच या 10 लाख लोग पंजीकरण कराएंगे, लेकिन यह एक आंदोलन बन गया।
लोकतंत्र के विचार को समझाना उद्देश्य
उन्होंने कहा था कि कॉरपोरेट, निजी, सरकारी और बैंकिंग क्षेत्र सहित कई देशों के लोगों ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के लिए पंजीकरण कराया है। महादेवप्पा ने कहा था कि कार्यक्रम को करने का उद्देश्य सिर्फ लोगों विशेषकर युवाओं को लोकतंत्र और संविधान के विचार को समझाना है।