मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कार्यरत 27,546 अंशकालिक अनुदेशकों के मानदेय में दो हजार रुपये और 3,78,000 रसोइयों के मानदेय में पांच सौ रुपये महीने की बढ़ोतरी करने की घोषणा की है। बुधवार को राजधानी स्थित अटल कंवेंशन सेंटर में आयोजित अनुदेशकों और रसोइयों से संवाद में मुख्यमंत्री ने रसोइयों को वर्ष में दो साड़ी, एप्रन और हेडकेप का पैसा भी सीधे उनके खाते में जमा कराने और उन्हें आयुष्मान भारत या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा देने की घोषणा की। अनुदेशकों को अब नौ हजार रुपये महीने और रसोइयों को 2,000 रुपये महीने मानदेय मिलेगा।
संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब रसोइयों को मनमर्जी से नहीं हटाया जा सकेगा। रसोइयों के खिलाफ शिकायत पर जांच कमेटी गठित की जाएगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही रसोइयों के खिलाफ कार्रवाई हो सकेगी। उन्होंने कहा कि रसोइयों के सेवा नवीनीकरण के लिए संबंधित विद्यालय में उसके पाल्य के होने की बाध्यता पर विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में अंशकालिक अनुदेशकों को जॉब की गारंटी के लिए उनकी सेवाओं को बेहतर बनाने और उसे अच्छे ढंग से आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने अनुदेशक मीनू गुप्ता, रणवीर सिंह तथा रसोइया सीमा व रेखा से संवाद किया। कार्यक्रम को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा विभाग की पत्रिका ‘उन्नयन के साढ़े चार वर्ष’ का विमोचन किया। विभाग पर केन्द्रित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव दीपक कुमार, सचिव अनामिका सिंह और निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम सिंह भी मौजूद थे।