रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना को लेकर गुरुवार को एक बड़ा बदलाव किया है। केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के लिए अधिकतम आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 साल तक कर दी है। यानी भर्ती के लिए अधिकतम आयुसीमा में दो साल की बढ़ोतरी की गई है। हालांकि, युवाओं को अधिकतम आयु सेवा में दो साल छूट का यह फायदा सिर्फ पहले साल में ही मिलेगा।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना की वजह से दो साल तक सेना भर्ती नहीं होने के चलते आयुसीमा पार कर चुके युवाओं को अवसर देने के लिए यह फैसला लिया है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को तीनों सेना के प्रमुखों की मौजूदगी में अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। जिसे टूर ऑफ ड्यूटी (Tour of Duty) का नाम दिया गया है। इस योजना के तहत रक्षा मंत्रालय ने सेना भर्ती के नियमों में व्यापक बदलाव किया है। जिससे योजना के अनुसार चार साल के लिए सेना में भर्ती का अवसर खुला है।
वहीं रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की आयु सीमा 17.5 से 21 साल तक निर्धारित की गई थी। जिसमें गुरुवार को रक्षा मंत्रालय ने आंशिक बदलाव किया और पहली बार के लिए अधिकतम आयु सीमा 23 साल कर दी गई।
केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना को लेकर जनसंपर्क अभियान शुरू किया है। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सार्वजनिक डोमेन में अग्निपथ योजनाओं से संबंधित तथ्यों को पोस्ट किया। इसमें “मिथक बनाम तथ्य” शीर्षक से एक विस्तृत दस्तावेज पोस्ट किया गया है, जो “गलतफहमियों को दूर करने” का प्रयास करता है, इसे सरकारी स्रोतों द्वारा साझा किया गया है।
सरकार ने इस योजना का 10 सूत्री बचाव भी किया है और रंगरूटों (सेना में भर्ती होने वाले नए जवानों) को आश्वासन दिया है कि वे सेना में चार साल पूरे करने के बाद खुद को मुश्किल में नहीं पाएंगे।