भाजपा ने अवध और पूर्वांचल क्षेत्र की 91 उम्मीदवारों की सूची शुक्रवार को जारी की है। पार्टी ने एक कैबिनेट मंत्री सहित 16 विधायकों के टिकट काटकर 27 नए चेहरों को मैदान में उतारा है। जबकि 55 मौजूदा विधायकों पर भाजपा ने भरोसा जताया है। वहीं 26 पिछड़े और अनुसूचित जाति के 21 उम्मीदवारों पर दांव लगाया है। उम्मीदवारो में 9 महिलाएं भी है। राज्यमंत्री श्रीराम चौहान की धनघटा सीट बदलकर उन्हें खजनी से उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा ने इस चुनाव में किसी भी नेता के परिवार के नए सदस्य को टिकट नहीं देने का सैद्धांतिक निर्णय किया था। इससे पहले जारी सूचियों में भी किसी भी नेता के परिवार के नए सदस्य को टिकट नहीं दिया था। लेकिन अवध और पूर्वांचल में पहुंचते ही भाजपा को जातीय समीकरण और वरिष्ठ नेताओं के दबाव केचलते पार्टी को अपना रुख नरम करना पड़ा है। देवीपाटन मंडल में सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा कुर्मी समाज के बड़े नेता है। 75 वर्ष से अधिक आयु होने के कारण उनका टिकट काटा गया है लेकिन कुर्मी वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा उनके बेटे गौरव को टिकट दिया है।
सलोन से पूर्व विधायक दल बहादुर कोरी के निधन से खाली हुई सीट पर अशोक कोरी को उम्मीदवार घोषित किया है। फाजिलनगर से मौजूदा विधायक गंगा सिंह कुशवाहा की उम्र 75 वर्ष से अधिक होने के कारण उनका टिकट कटा गया है। लेकिन यहां से उनके बेटे सुरेंद्र कुशवाहा को उम्मीदवार घोषित किया है। बीकापुर से विधायक शोभासिंह चौहान के बेटे डॉ. अमित सिंह चौहान को उम्मीदवार घोषित किया है। फर्जी अंकतालिका के मामले में सजा काट रहे पूर्व विधायक इंद्र प्रताप उर्फ खब्बू तिवारी की पत्नी आरती तिवारी को गोसांईगंज से उम्मीदवार बनाया है।
लखनऊ के उम्मीदवारों पर सस्पेंस बरकरार
भाजपा ने तीसरे चरण के नामांकन शुरू होने के बाद घोषित की तीसरी जंबो लिस्ट में भी लखनऊ की 9 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। सूत्रों के मुताबिक लखनऊ में सरोजनी नगर, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ पूर्वी और लखनऊ कैंट सीट पर शीर्ष नेताओं के बीच आपसी सहमति नहीं बनने से प्रत्याशी चयन अटका हुआ है। वहीं विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित की सीट भगवंतनगर (उन्नाव) पर भी उम्मीदवार घोषित नहीं हुआ है। खलिलाबाद से भाजपा दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे के सपा में चले जाने से खाली हुई सीट पर गणेश चंद्र चौहान को टिकट दिया है। तिंदवारी से ब्रजेश प्रजापति के सपा में जाने खाली हुई सीट पर रामकेश निषाद को उम्मीदवार घोषित किया है।
बाहरियों पर जताया भरोसा
कानपुर देहात के भोगनीपुर से दो दिन पहले सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए राकेश सचान को उम्मीदवार घोषित किया है। अंबेडकर नगर की जलालपुर सीट से सपा विधायक सुभाष राय ने भी दो दिन पहले भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। पार्टी ने सुभाष राय को इसी सीट से उम्मीादवार घोषित किया है।
हारी हुई सीटो पर बदला दांव
भाजपा ने 2017 में हारी हुई सीटों पर उम्मीदवार बदले है। कुंडा से सिंधुजा मिश्रा, बाराबंकी से अरविंद मौर्य, मटेरा से अरुण वीर सिंह, भिन्गा से पूर्व सांसद पद्मसैन चौधरी, रसड़ा से बब्बन राजभर को उम्मीदवार घोषित किया है।
हारे हुए पर फिर लगाया दांव
रामपुर खास से नागेश प्रताप सिंह उर्फ छोटे सरकार, आजमगढ़ अखिलेश मिश्रा गुड्डू, दीदारगंज से डॉ. कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, चिल्लूपार से राजेश त्रिपाठी और मेहनगर से मंजू सरोज 2017 में चुनाव हारे थे। 2022 में भाजपा ने इन सभी को दोबारा मौका दिया है।
आजमगढ़ में बदले उम्मीदवार
भाजपा ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में भगवा परमच फहराने के लिए आजमगढ़ की अधिकांश सीटों पर उम्मीदवार बदल दिए है। 2017 में आजमगढ़ में भाजपा को एक ही सीट पर जीत नहीं मिली थी। नए चेहरे में इस बार गोपालपुर से सत्येंद्र राय, निजामाबाद से मनोज यादव और लालगंज से नीलम सोनकर को टिकट दिया है।
इनका टिकट कटा
बिसवां से महेंद्र प्रताप सिंह
भोगनीपुर से विनोद कटियार
फाफामऊ से विक्रमजीत मौर्य
कोरांव से राजकुमारी कौल
हैदरगढ़ से ब्रजनाथ यादव
करनैल गंज से अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया
कैसरगंज से सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा
फाजिलनगर से गंगा सिंह कुशवाहा
सहजनवां से शीतल पांडेय
खजनी से संत प्रसाद
कुशीनगर से रजनीकांत मणि त्रिपाठी
हाटा से पवन केड़िया
देवरिया से सत्य प्रकाश मणि
रामपुर कारखाना से कमलेश शुक्ला
बरहज से सुरेश तिवारी
बेल्थरा रोड़ से धनंजय कनौजिया